सीरिया में सूर्यास्त के साथ लागू होना है संघर्षविराम

बेरुत : अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के माध्यम से तय संघर्षविराम आज सूर्यास्त के साथ ही सीरिया में लागू होना है, लेकिन विपक्षी बलों ने अभी तक इसपर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. इस समझौते की भंगुरता की स्थिति यह है कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने ‘‘आतंकवादियों” से पूरे देश को वापस लेने की कसम खायी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2016 10:54 PM

बेरुत : अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता के माध्यम से तय संघर्षविराम आज सूर्यास्त के साथ ही सीरिया में लागू होना है, लेकिन विपक्षी बलों ने अभी तक इसपर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. इस समझौते की भंगुरता की स्थिति यह है कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने ‘‘आतंकवादियों” से पूरे देश को वापस लेने की कसम खायी है. रुस और अमेरिका के बीच मैराथन वार्ता के बाद शुक्रवार को इस समझौते की घोषणा हुई थी.

इसे सीरिया में पांच साल से चल रहे खूनी गृहयुद्ध को रोकने का सबसे अच्छा मौका माना जा रहा है.इस संघर्षविराम का लक्ष्य युद्ध पर अस्थाई रोक लगाने के साथ-साथ लाखों की संख्या में असैन्य नागरिकों को महत्वपूर्ण सहायता मुहैया कराना है. शुरुआती समझौते के अनुसार, स्थानीय समयानुसार आज शाम सात बजे से संघर्षविराम 48 घंटे के लिए लागू होना था. इस दौरान इस्लामिक स्टेट सहित अन्य जिहादियों के कब्जे से मुक्त क्षेत्रों में युद्ध रोका जाना था.

इसी दौरान लोगों तक मानवीय सहायता पहुंचायी जाएगी. विशेष रुप से अलेप्पो शहर में जहां सरकार और विद्रोहियों दोनों का नियंत्रण है. संघर्षविराम का प्रत्येक 48 घंटे में नवीनीकरण किया जाएगा . यदि यह एक सप्ताह तक चलता है तो मास्को और वाशिंगटन संयुक्त रुप से जिहादियों के खिलाफ अभियान चलाएंगे.

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