नयी दिल्ली /श्रीनगर : कश्मीर में जारी उथल-पुथल के बीच थलसेना ने एक पूरी ब्रिगेड ही दक्षिण कश्मीर में भेजी है. आतंकियों के सफाये व प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए चल रहे ऑपरेशन ‘काम डाउन’ के तहत थलसेना ने यह कदम उठाया है. इलाके में जंगल राज जैसे हालात कायम होने की सूचनाएं मिलने के बाद करीब 4,000 अतिरिक्त सैनिकों को स्थिति सामान्य बनाने के काम में लगाया गया है. जवानों को स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि वे बल प्रयोग कम से कम करें.
यह फैसला ऐसी खुफिया सूचनाएं मिलने के बाद किया गया कि डंडों, पत्थरों और पेट्रोल बमों से लैस नौजवान सड़कों पर गश्त कर रहे हैं. लोगों को उनके घरों से निकलने या श्रीनगर की तरफ जाने से रोक रहे हैं. दक्षिण कश्मीर के चार जिलों पुलवामा, शोपियां, अनंतनाग और कुलगाम में सैनिकों को विशेष रूप से तैनात किया जा रहा है. सूचना है कि दो माह में करीब 100 आतंकी दक्षिण कश्मीर में दाखिल हो चुके हैं. मध्य कश्मीर के बड़गाम जिले के पाखरपुरा से आतंकी दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में दाखिल हुए. फिर वे अन्य इलाकों में फैल गये. आतंकियों के शोपियां, पुलवामा, कुलगाम व अनंतनाग जिले में छुपे होने की आशंका है.
प्रदर्शन में पत्थरबाजी के दौरान दो और मरे
श्रीनगर : बकरीद के मौके पर भी कश्मीर घाटी में हिंसा की आग शांत नहीं हुई. मंगलवार को बांदीपुर और शोपियां में प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हुई, जिसमें दो प्रदर्शनकारी की मौत हो गयी. बांदीपुर, शोपियां के अलावा श्रीनगर में भी कई जगहों पर हिंसा की खबर है. इस तरह घाटी में जारी हिंसा में मृतकों की संख्या बढ़कर 78 हो गयी है. इस बीच कई सालों बाद कश्मीर के सभी 10 जिलों में एक साथ कर्फ्यू लगाया गया है और ड्रोन से नजर रखी जा रही है.