उरी हमले के पीछे ‘जैश का हाथ’
उरी में तैनात भारतीय सुरक्षा बलों के जवान भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के कैंप पर हुए चरमपमंथी हमले के लिए पाकिस्तान स्थित चरमपंथी गुट जैश-ए-मोहम्मद को ज़िम्मेदार ठहराया है. भारतीय सेना के डायरेक्टर जनरल ऑफ़ मिलिट्री ऑपरेशन्स लेफ़्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमले के […]
भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के कैंप पर हुए चरमपमंथी हमले के लिए पाकिस्तान स्थित चरमपंथी गुट जैश-ए-मोहम्मद को ज़िम्मेदार ठहराया है.
भारतीय सेना के डायरेक्टर जनरल ऑफ़ मिलिट्री ऑपरेशन्स लेफ़्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमले के पीछे इस गुट का हाथ था, यह साफ़ है.
उन्होंने यह भी कहा कि हमलावर पूरी तरह से अति आधुनिक और ख़ास तौर पर इस्तेमाल होने वाले हथियारों से लैस थे. साफ़ लग रहा था कि उन्हें इस मक़सद के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया था.
सिंह ने कहा कि जो हथियार बरामद किए गए हैं, उन पर पाकिस्तान के निशान चिह्न भी बने हुए हैं.
मारे गए चरमपंथियों के पास से ग्रेनेड, ग्रेनेड फ़ेंके जाने वाले लॉन्चर और दूसरे हथियार बरामद हुए.
सिंह के मुताबिक़ कैंप पर हुए हमले की वजह से वहां आग लग गई. मारे गए 17 में से 14 जवानों की मौत आग में झुलसने से हुई है.
रणवीर सिेंह ने चेतावनी के लहजे में कहा कि हमलावरों को माकूल जवाब दिया जाएगा.
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