कंदील बलोच की मौत के बाद रोटी को भी मोहताज हो गये हैं बूढ़े मां-बाप
अपनी तसवीरों व वीडियो को लेकर कम ही समय में सुर्खियां बटोरने वाली पाकिस्तान की मॉडल कंदील बलोचकीमौत के बाद उनके माता-पिता बदहालीकी जिंदगी जी रहेहैं. कंदोल जब जीवित थीं,अपनीमॉडलिंग की कमाई से उन्होंने उनके लिए घर, रोटी और दवाई तीनों कीबेहतरव्यवस्थाकी थी, लेकिनअब वेपास-पड़ाेसके लोगों द्वारा दिये जाने वाले खाने से पेट भरने को […]
अपनी तसवीरों व वीडियो को लेकर कम ही समय में सुर्खियां बटोरने वाली पाकिस्तान की मॉडल कंदील बलोचकीमौत के बाद उनके माता-पिता बदहालीकी जिंदगी जी रहेहैं. कंदोल जब जीवित थीं,अपनीमॉडलिंग की कमाई से उन्होंने उनके लिए घर, रोटी और दवाई तीनों कीबेहतरव्यवस्थाकी थी, लेकिनअब वेपास-पड़ाेसके लोगों द्वारा दिये जाने वाले खाने से पेट भरने को मजबूरहैं.कंदोल पर उनके मां-बाप पूरी तरह निर्भर थे, शायद इसलिए उनकी मौत पर उन्होंने बेटे को नालायक व बेटी कंदोल बलोच को अपना बेटा बताया था, जो उनका पूरी तरह ख्याल रखती थी.
कंदील बलोच की उनके भाई वसीम ने इस साल 23 जुलाई को घर में ही हत्या कर दी थी. वसीम और इस मामले में उसका सहयोगी रहा हक नवाब अभी जेल में बंद है. वहीं, वसीम को कंदोल बलोच की हत्या के लिए उनके भाई को उकसाने वाला जफर अबउनकेबूढ़े मां-बाप को भीधमकी दे रहा है. वहां पिछले दिनों इस मामले में बेल पर छूट कर जेल से बाहर आया है.
कंदील बलोच के पिता अजीमअपनीपत्नी के साथ मुल्ताना में किराये का घर नहींकिराया नहीं चुका पाने के कारण अपने पैतृक कस्बे में शिफ्ट हुए हैं. जब कंदील जीवित थीं, तो वही इस घर का किराया चुकाती थीं और खर्चे देती थीं.
कंदील के बूढ़े पिता का कहना है कि उनकी बेटी समय-समय पर कराची ले जाकर उनकी टीबी की बीमारी व पैर का इलाज भी कराती थीं. वह उनके लिए सबकुछ थीं. अब जब बेटी नहीं है तो कोई पूछने वाला नहीं है. यहां तक की उनके पैतृक कस्बे लौटने पर वहां के ज्यादातर लोग खुश भी नहीं थे.किसीने उनका स्वागत या आगवानी नहीं की. हालांकि कुछ परोपकारी लोग हैं, जो उन्हें खाने-पीने की चीजें देते हैं. बूढ़े मां-बाप को कोर्ट में चल रहे बेटी कीहत्या के केस की जानकारी भी अखबारों से मिलती है.