उत्तर कोरिया का ताजा मिसाइल प्रक्षेपण असफल, प्रोजेक्टाइल में विस्फोट

सोल : दक्षिण कोरिया और अमेरिका का कहना है कि उत्तर कोरिया का ताजा मिसाइल परीक्षण असफल हो गया क्योंकि प्रक्षेपण के तत्काल बाद ही इसके प्रोजेक्टाइल में विस्फोट हो जाने की खबर है. दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में बताया कि सेना का मानना है कि उत्तर कोरिया ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 16, 2016 10:02 AM

सोल : दक्षिण कोरिया और अमेरिका का कहना है कि उत्तर कोरिया का ताजा मिसाइल परीक्षण असफल हो गया क्योंकि प्रक्षेपण के तत्काल बाद ही इसके प्रोजेक्टाइल में विस्फोट हो जाने की खबर है. दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने एक बयान में बताया कि सेना का मानना है कि उत्तर कोरिया ने मध्यम दूरी की मुसुदान मिसाइल का प्रक्षेपण करने का प्रयास किया था. उसने कहा कि यह असफल प्रक्षेपण उत्तर कोरिया के उत्तरी प्रांत प्योंगान में एक हवाई अड्डे के समीप किया गया.

दक्षिण कोरिया की योनहैप समाचार एजेंसी ने बताया कि समझा जाता है कि मिसाइल में प्रक्षेपण के तत्काल बाद ही विस्फोट हो गया. एजेंसी ने इस सूचना के लिए हालांकि किसी स्रोत का हवाला नहीं दिया है. बयान के अनुसार, इस प्रक्षेपण की दक्षिण कोरिया ने कडी निंदा की है क्योंकि यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के उन संकल्पों का उल्लंघन करता है जिनके तहत उत्तर कोरिया द्वारा कोई भी बैलिस्टिक गतिविधियों को अंजाम दिए जाने पर प्रतिबंध है.

अमेरिकी सेना ने पहले खबर दी थी कि शुक्रवार की दोपहर को प्रक्षेपण का प्रयास किया गया था और मिसाइल से उत्तर अमेरिका के लिए कोई खतरा नहीं है. उत्तर कोरिया की इस कार्रवाई की अमेरिका ने कडी निंदा की है.

पेंटागन के प्रवक्ता कमांडर गैरी रोज ने कहा ‘‘हम इसकी और उत्तर कोरिया के अन्य हालिया मिसाइल परीक्षणों की निंदा करते हैं जो उत्तर कोरिया पर बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी का उपयोग कर प्रक्षेपण करने पर प्रतिबंध लगाने वाले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करते हैं.’ उन्होंने कहा कि अमेरिका अपनी चिंता संयुक्त राष्ट्र के समक्ष रखेगा. रोज ने कहा ‘‘खतरों से कोरिया गणराज्य और जापान सहित अपने सहयोगियों की रक्षा करना हमारी प्रतिबद्धता है. हम हमारी और अपने सहयोगियों की किसी हमले या उकसावे से रक्षा करने के लिए तैयार रहते हैं.’

जापान ने प्रक्षेपणों को लेकर चिंता जाहिर की है और रक्षा मंत्री तोमोमी इनादा ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ सहयोग सहित काम करना चाहती हैं कि उनका देश सुरक्षित रहे. उत्तर कोरिया ने दावा किया है कि अमेरिका महाद्वीप तक पहुंचने में सक्षम, लंबी दूरी की, परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम मिसाइल विकसित करने के उसके लक्ष्य को तकनीकी सफलता मिल गई है. दक्षिण कोरिया के रक्षा अधिकारियों ने कहा कि उत्तर कोरिया के पास अब तक ऐसा हथियार नहीं है.

उत्तर कोरिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा सहित विश्व नेताओं का ध्यान आकर्षित करने के लिए पिछले माह अपने पूर्वी तट से तीन बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रक्षेपण किया था. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के इन परीक्षणों की निंदा की और धमकी दी है कि अगर प्योंगयांग ने अपने परमाणु और मिसाइल परीक्षणों पर रोक नहीं लगाई तो उसके खिलाफ और कडे कदम उठाए जाएंगे.

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