वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए गुरुवार को शुरू हुई तीसरी और आखिरी बहस में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेटिक प्रत्याशी हिलेरी क्लिंटन की जुबानी लड़ाई के बीच रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन का नाम भी उछला.
बहस के लिए पहुंचे दोनों बड़े नेता बड़ी रुखाई से एक दूसरे से पेश आए और दोनों ने एक-दूसरे से हाथ तक नही मिलाया. जहां हिलेरी ने ट्रंप को पुतिन के हाथ की कठपुतली बताया वहीं ट्रंप ने पुतिन की प्रशंसा की. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि चुनाव के पूर्व ट्रंप रूसी राष्ट्रपति से मुलाकात भी कर सकते हैं.
हिलेरी ने कहा कि ट्रंप देश की इंटेलिजेंस एजेंसियों से ज्यादा पुतिन पर भरोसा करने को प्राथमिकता देंगे. वो तो पुतिन के हाथ की कठपुतली हैं. हिलेरी ने बहस के दौरान यहां तक कहा कि कोई भी अमेरिकी अपने यहां विदेशी दखल को बर्दास्त नहीं कर सकता है. हिलेरी के इस वार पर ट्रंप ने कहा कि हिलेरी पुतिन से चिढ़ती हैं क्योंकि पुतिन ने उन्हें हर कदम पर पीछे छोड़ दिया है. मेरी पुतिन से जान पहचान नहीं है और ना ही वो मेरे फ्रेंड हैं. लेकिन अगर अमेरिका और रूस साथ मिलकर काम करें तो इसमें कोई बुरी बात नहीं.
अपने प्रतिद्वंद्वी पर भारी पड़ीं हिलेरी क्लिंटन ने आरोप लगाया है कि मेक्सिको के राष्ट्रपति एनरिक पेना नीटो के साथ मुलाकात के दौरान ट्रंप की उस वक्त बोलती बंद हो गई थी जब वह अमेरिका की दक्षिण सीमा पर दीवार बनाने के अपने वादे के लिए मेक्सिको के राष्ट्रपति पर दबाव बनाने में नाकाम रहे.
हिलेरी ने कहा कि बात जब दीवार बनाने की आई तो ट्रंप मेक्सिको गए और वहां उन्होंने मेक्सिको के राष्ट्रपति से मुलाकात की लेकिन वह तो उनके सामने मामला ही नहीं उठा पाए. वहां उनकी घिग्घी बंध गई जिसके बाद उनका ट्विटर युद्ध छिड गया. अलबत्ता मेक्सिको के राष्ट्रपति ने यह कह दिया कि हमलोग दीवार बनाने के लिए रकम अदा नहीं करने जा रहे हैं.’ अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि दीवार बनाने की ट्रम्प की यह योजना और सख्त निर्वासन नीति देश को तोडने वाली होगी और यह देश के मूल्यों के साथ मेल नहीं खाती.