‘कांग्रेस सोचे बड़े नेता नाराज़ क्यों हैं’

उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं हैं. दशकों तक कांग्रेस को मज़बूत करने की कोशिश में रहनेवाली बहुगुणा ने नई पार्टी में शामिल होने के बाद बीबीसी संवाददाता सुशीला सिंह से बात की. रीता बहुगुणा ने कहा, "मैंने कांग्रेस पार्टी के लिए 24 सालों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 22, 2016 10:39 AM
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उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष रीता बहुगुणा जोशी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं हैं.

दशकों तक कांग्रेस को मज़बूत करने की कोशिश में रहनेवाली बहुगुणा ने नई पार्टी में शामिल होने के बाद बीबीसी संवाददाता सुशीला सिंह से बात की.

रीता बहुगुणा ने कहा, "मैंने कांग्रेस पार्टी के लिए 24 सालों तक मेहनत की. लेकिन अब जनता का विश्वास कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी में नहीं रहा. और इस समय ज़रूरत है यूपी की व्यवस्था में बदलाव की."

2012 यूपी चुनावों में कांग्रेस की हार पर रीता बहुगुणा जोशी ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा था कि हार की ज़िम्मेदारी पूरे संगठन पर है केवल चुनाव प्रचार करने वाले की नहीं.

तो आख़िर अब क्या हो गया कि उन्होंने पार्टी ही छोड़ दी?

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राहलु गांधी ने कुछ दिनों पहले सूबे में खाट पंचायतों का आयोजन किया था.

रीता बहुगुणा ने कहा, "2012 के बाद यूपी में कांग्रेस पार्टी की इतनी निष्क्रियता रही. हम लोगों ने चार साल के दौरान जनता तक जाने का प्रयास नहीं किया. हमने जनता के मुद्दों को लेकर कोई संघर्ष नहीं किया और चुनाव के छह महीने पहले हमने बस यात्राएं निकालनी शुरू कर दीं हैं. हम खाट पंचायतें कर रहे हैं. जनता को लग रहा है कि जब चार साल तक कुछ नहीं किया तो अब क्या करेंगे?"

रीता बहुगुणा ने आगे कहा, "लोगों को कांग्रेस के नेतृत्व पर यक़ीन नहीं हो रहा है. कांग्रेस पार्टी 20-30 सीट के ऊपर बढ़ नहीं पाती है. इस समय भारतीय जनता पार्टी में और ख़ास तौर पर मोदी जी में जनता को विश्वास है. वो सोचते हैं केंद्र में इनकी सरकार है और इस समय इनका मुद्दा भी विकास है."

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रीता बहुगुणा जोशी और अमित शाह गुरुवार को लखनऊ में साथ-साथ स्टेज पर नज़र आए.

कभी मोदी के विरोध में रहने वाली रीता बहुगुणा अब मोदी का समर्थन करने लगी हैं. इस सवाल पर वो थोड़ी नाराज़ होकर कहती हैं,"आप विश्वास के बदलने की बात मत कीजिए. कांग्रेस के ख़ून की दलाली वाले बयान का पूरा देश निंदा कर रहा है. हमे आंतकवाद के ख़िलाफ़ मोदी जी के साथ खड़ा होना चाहिए लेकिन हम विरोध कर रहे हैं."

रीता बहुगुणा का कहना है चुनाव तो आते रहते हैं, लेकिन इस वक़्त ज़रूरत है इस बात की कि बीएसपी या एसपी सत्ता में न आए.

उनका कहना है कि कांग्रेस को विचार करना चाहिए कि आज कांग्रेस के बड़े बड़े नेता पार्टी से नाराज़ क्यों हैं, क्या कमी है पार्टी में, क्या कांग्रेस की कार्यशैली में बदलाव आ गया है?

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