बोकारो में जानकी ने पेश की ईमानदारी की मिसाल

बोकारो : उषा पेट्रोल पंप में नोजल का काम करने वाली जानकी शुंडी ने इमानदारी की मिसाल पेश की. 18 साल की सुश्री शुंडी ने आम लोगों को यह जता दिया है कि वह लालच से काफी दूर है. उसकी भावना व ईमानदारी का कद्र करते हुए सेक्टर छह के मृणाल कांत चौबे ने मिठाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 11, 2014 10:51 AM

बोकारो : उषा पेट्रोल पंप में नोजल का काम करने वाली जानकी शुंडी ने इमानदारी की मिसाल पेश की. 18 साल की सुश्री शुंडी ने आम लोगों को यह जता दिया है कि वह लालच से काफी दूर है. उसकी भावना व ईमानदारी का कद्र करते हुए सेक्टर छह के मृणाल कांत चौबे ने मिठाई देकर सम्मानित किया.

क्या है मामला : सेक्टर छह बी निवासी मृणाल कांत चौबे रविवार की सुबह आद्रा जाने के लिए निकले. मोटर साइकिल हवाई अड्डा के समीप उषा पेट्रोल पंप में लगाया. 300 रुपये का पेट्रोल मोटर साइकिल में डलवाया और एक हजार का नोट दिया. बगैर पैसे लिये श्री चौबे निकल गये. अचानक उन्हें चंदनकियारी में याद आया कि बाकी के सात सौ रुपये लिये ही नहीं. शाम को वापस बोकारो लौटे और सकुचाते हुए पेट्रोल पंप पहुंचे. अपनी कहानी सुनाई. इस पर प्रबंधक ने कहा : हां जानकी सात सौ रुपये छोड़ गयी है. श्री चौबे सात सौ रुपये लेकर प्रसन्न हुए.

साथ ही जानकी की ईमानदारी के कायल भी हो गये. जानकी बारी को-ऑपरेटिव के समीप तेतुलिया के बिरसा नगर की रहने वाली है. उसने मैट्रिक तक की शिक्षा हासिल की है. आर्थिक तंगी के कारण आगे की पढ़ाई नहीं कर पायी. इसका मलाल उसे है. वह अपने माता-पिता के साथ रहती है. उनकी दी गयी शिक्षा को ही अपनी धरोहर मानती है.

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