जैकसनविले (अमेरिका) : अमेरिकी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार अमेरिकी सुरक्षा एवं खुफिया एजेंसियों को अंदेशा है कि मतदान के दिन अमेरिका पर रूस समर्थित साइबर हमला हो सकता है. रिपोर्टों में बताया गया है कि हालांकि चुनाव के नतीजों पर इस तरह के साइबर हमलों का कोई असर नहीं पड़ेगा, यह नतीजों की वैधता पर शक के बीज बो सकता है.
वाशिंगटन पोस्ट ने इसे प्रमुखता से प्रकाशित करते हुए कहा, ‘यह आकलन अमेरिकी जासूसी एजेंसियों में व्याप्त व्यापक चिंता प्रतिबिंबित करता है कि अमेरिकी लोकतंत्र के तंत्रों पर आघात पहुंचाने का रूस का एक माह लंबा अभियान निकट इतिहास का सर्वाधिक विभाजनकारी चुनावी अभियान होगा जो चुनाव के बाद भी शायद जारी रहे और राजनीतिक उथलपुथल को विस्तार और बढावा दे.’
अमेरिकी मीडिया ने प्रतिनिधि सभा की खुफिया समिति के सदस्य एवं शीर्ष डेमोक्रेटिक सांसद एडम बी शिफ के हवाले से कहा है, ‘मैं समझता हूं कि यह कहना सही है कि रूसी नहीं समझें कि वे नतीजे तय कर सकते हैं.’ शिफ ने कहा कि फिर भी रूसी खुफिया सेवाएं ‘हैक किये गये दस्तावेजों के खजाने में झाकेंगे और विचार करेंगे कि वे क्या जारी कर सकते हैं.’
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में एनबीसी न्यूज ने कहा कि सरकारी अधिकारी मानते हैं कि रूस या किसी और देश के हैकर राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए होने वाले मतदान को प्रभावित करने की कोशिश कर सकते हैं. वे साइबर हमले का सामना करने के लिए अभूतपूर्व प्रयास चला रहे हैं.
समाचार चैनल के अनुसार रूस को आगाह किया गया है कि वास्तविक मतदान में मतगणना में हेरफेर करने की कोशिश को गंभीर अतिक्रमण माना जाएगा. अमेरिकी मीडिया ने दो साल पहले से रूस में राजदूत रहे माइकल मैकफॉल के हवाले से कहा, ‘रुसी आक्रामक मुद्रा में हैं और (अमेरिका) उसका जवाब देने के लिए, और उच्चतम स्तरों पर रणनीतियां बनाने के लिए काम कर रहा है.’