झारखंड: सीएम के खिलाफ बयान पर ददई को हटाने की मांग
रांची: ददई दुबे के बयान को लेकर सरकार में किचकिच शुरू हो गयी है. गंठबंधन दलों और सरकार के अंदर खटास बढ़ रही है. ददई दुबे के बयान को झामुमो ने गंभीरता से लिया है. झामुमो का कहना है कि मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी बरदाश्त नहीं की जायेगी. पानी अब सिर से […]
रांची: ददई दुबे के बयान को लेकर सरकार में किचकिच शुरू हो गयी है. गंठबंधन दलों और सरकार के अंदर खटास बढ़ रही है. ददई दुबे के बयान को झामुमो ने गंभीरता से लिया है. झामुमो का कहना है कि मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह की बयानबाजी बरदाश्त नहीं की जायेगी. पानी अब सिर से ऊपर हो गया. झामुमो प्रवक्ता विनोद पांडेय ने कहा है कि कांग्रेस ददई दुबे को मंत्रिमंडल से हटाये.
इस तरह के मंत्री को सरकार में न रहने दिया जाये. कांग्रेस आलाकमान ने हमारी बात नहीं सुनी तो पार्टी मुख्यमंत्री से मिल कर इनकी बरखास्तगी की मांग करेगी. वह सरकार में रहते हुए, झामुमो नेता और मुख्यमंत्री के खिलाफ बेवजह बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. श्री विनोद ने कहा कि ऐसे मंत्री के रहते सरकार में समन्वय नहीं हो सकता. सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है.
बयान दुर्भाग्यपूर्ण, आलाकमान से करेंगे बात : सुखदेव
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ ग्रामीण विकास मंत्री ददई दुबे की बयानबाजी को प्रदेश कांग्रेस ने गंभीरता से लिया है. पार्टी अध्यक्ष सुखदेव भगत ने कहा कि मंत्री ददई दुबे को बेवजह बयानबाजी से प्रभारी बीके हरि प्रसाद और केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने पहले भी मना किया था. मंत्रियों को काम पर ध्यान देने की बात कही थी, लेकिन इसके बाद भी ददई दुबे का बयान आया है. पार्टी पूरे मामले को गंभीरता से ले रही है. 14 फरवरी को दिल्ली जा रहे हैं. राजनीतिक हालात पर चर्चा होगी. मंत्री के बयान की जानकारी आला नेताओं को दी जायेगी. सीएम भी दिल्ली जा रहे हैं. वह भी अपनी बातें आला नेताओं के पास रखेंगे. मंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. सरकार के अंदर ऐसी बातें नहीं होनी चाहिए.
कांग्रेस आलाकमान से बात करेंगे हेमंत
ददई दुबे के रुख पर अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी कमर कस ली है. शुक्रवार को वह कांग्रेस आलाकमान से ददई दुबे पर दो टूक बात करेंगे. मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों की मानें, तो इस बार वह कांग्रेस आलाकमान से ददई दुबे को मंत्री पद से हटाने की मांग कर सकते हैं. हालांकि, शुक्रवार को झारखंड में कांग्रेस, झामुमो के बीच सीट बंटवारे को लेकर बैठक भी है. कांग्रेस नेता एके एंटोनी के साथ यह बैठक निर्धारित है.
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री अब ददई दुबे की फाइल तैयार कर रहे हैं. वह फाइल को केंद्रीय मंत्री सह राज्य समन्वय समिति के अध्यक्ष जयराम रमेश व प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी बीके हरि प्रसाद को सौंपेंगे. सीएम की रेल मंत्री मल्लिकाजरुन खड़गे से भी मुलाकात हो सकती है. इस मुलाकात में झारखंड के लिए रेल बजट में की गयी उपेक्षा पर बात होगी.
इधर, झामुमो के तेवर भी तल्ख हैं. शुक्रवार की सुबह मुख्यमंत्री के रांची लौटने के बाद झामुमो के पदाधिकारी सीएम के साथ बात करेंगे. ददई दुबे को लेकर पार्टी भी कड़ा रुख अपनाने के मूड में है. ददई दुबे की बयानबाजी पर पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने इतना ही कहा कि एक मंत्री को जो भी बात कहनी है, उचित फोरम में रखनी चाहिए.
हमेशा ऊटपटांग बोलते हैं ददई : हाजी हुसैन
भवन निर्माण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी ने कहा है कि ददई दुबे हमेशा ऊटपटांग बोलते रहते हैं. कांग्रेस को उन पर लगाम कसनी चाहिए. ऐसी बातों को नोटिस में लेना चाहिए. उन्होंने नसीहत दी कि श्री दुबे को मीडिया में आने के बजाय अपनी बात या शिकायत अपनी पार्टी के वरीय नेताओं से कहनी चाहिए. ऐसी बातों से विपक्ष को सरकार पर बोलने का मौका मिलता है. यह सरकार ठीक से चल रही है.
सीएम इस्तीफा दें या मंत्री को करें बरखास्त : कमाल
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कमाल खां ने कहा कि मुख्यमंत्री पर राज्य के मंत्री गंभीर आरोप लगा रहे हैं. सरकार के मुखिया के मौन रहने पर जनता में भ्रम की स्थिति है. ऐसी परिस्थति में मुख्यमंत्री स्वयं इस्तीफा दें या मंत्री को बरखास्त करें. वर्तमान सरकार की सभी संवैधानिक मर्यादाएं तार-तार हो रही हैं. सरकार में शामिल दल भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे हैं. ऐसे में सरकार को बने रहने का कोई औचित्य नहीं है.