यरुशलम : इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस्राइल के अच्छे दोस्त साबित होंगे. साथ ही उन्हें उम्मीद जतायी कि दोनों देश ईरान के साथ हुए अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते को खत्म करने के लिए भी एकसाथ काम कर सकते हैं. नेतन्याहू ने सीबीएस के ‘60 मिनट’ को दिये एक साक्षात्कार में कहा, ‘मैं डोनाल्ड ट्रंप को जानता हूं और मुझे लगता है कि उनका रवैया, उनका समर्थन इस्राइल के लिए स्पष्ट है.
यहूदी देश, यहूदी लोगों के लिए उनके दिल में काफी गर्मजोशी है और इसको लेकर कोई सवाल नहीं है.’ नेतन्याहू का यह बयान इस लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि आलोचकों ने आरोप लगाया है कि ट्रंप अपने कुछ समर्थकों द्वारा की गयी यहूदी विरोधी बातों को नजरअंदाज करते हैं. दोनों देश हालांकि निकट सहयोगी हैं लेकिन ईरान समझौते और अन्य वैश्विक मुद्दों पर नेतन्याहू और राष्ट्रपति बराक ओबामा की एकदम अलग राय होने के चलते कई बार दोनों के संबंध तनावपूर्ण हो गये थे.
राष्ट्रवादी इस्राइली दक्षिणपंथियों को लगता है कि ट्रंप के चुनाव के बाद अमेरिका के साथ संबंधों का एक नया दौर शुरू होगा. नेतन्याहू ने साक्षात्कार में कहा कि ओबामा के साथ ‘विचारों को लेकर मतभेद’ थे जिसमें ‘ईरान समझौता’ के बारे में सर्वविदित है. इस्राइली प्रधानमंत्री ईरान परमाणु समझौते के कटु आलोचक हैं.
चुनाव अभियान के दौरान ट्रंप ने भी इस समझौते को लेकर कडी टिप्पणियां कीं. ईरान के पास लंबे समय से ऐसे सशस्त्र समूह हैं जो इस्राइल के विनाश के लिए प्रतिबद्ध हैं और उनके नेताओं ने तो इस्राइल का नामोनिशान तक मिटा देने की बात कही है. इस्राइल को आशंका है कि ईरान का परमाणु कार्यक्रम का लक्ष्य उसका अस्तित्व है.