हॉकर बना आईआईएम का स्टूडेंट
बेंगलूर : बेंगलूर के हॉकर शिवकुमार आज आईआईएम कोलकाता के स्टूडेंट हैं. इस 23 वर्षीय उत्साही युवक का कहना है कि अगर आपको जीवन में कुछ बड़ा करना है, तो मजबूत कदम उठाने होंगे ताकि आप आगे बढ़ सकें. मात्र दस साल पहले शिवकुमार के दिन की शुरुआत सुबह चार बजे हो जाती थी, जब […]
बेंगलूर : बेंगलूर के हॉकर शिवकुमार आज आईआईएम कोलकाता के स्टूडेंट हैं. इस 23 वर्षीय उत्साही युवक का कहना है कि अगर आपको जीवन में कुछ बड़ा करना है, तो मजबूत कदम उठाने होंगे ताकि आप आगे बढ़ सकें.
मात्र दस साल पहले शिवकुमार के दिन की शुरुआत सुबह चार बजे हो जाती थी, जब वे अखबारों को छांटकर उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाते थे, लेकिन आने वाले 16 जून से इनकी सुबह आईआईएम कोलकाता में होगी.
शिवकुमार बताते हैं कि अखबार बांटकर वे सुबह आठ बजे घर लौटते थे, उसके बाद कॉलेज जाते थे और पढ़ाई करते थे. यह सबकुछ आसान नहीं था, लेकिन वे अपने सपनों को सच करने के लिए दृढ़संकल्प कर चुके थे.
एक ट्रक ड्राइवर के बेटे शिवकुमार शुरू से ही बहुत मेधावी छात्र रहे हैं. यही कारण है कि इनका चयन बेंगलूर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में हो गया था. बावजूद इसके इन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी और अपने सपने को सच किया. शिवकुमार ने अपनी कड़ी मेहनत से कैट की परीक्षा पास की.
शिवकुमार की मां कहती हैं कि वह पढ़ाई के प्रति वह जुनूनी था, वह बिना खाना-पीना खाये दिनभर पढ़ाई करता था. शिवकुमार के पिताजी अब अखबार के व्यवसाय से ही जुड़ गये हैं, उनका कहना है कि हमारे पूरे परिवार में शिव के जितना पढ़ा-लिखा कोई नहीं है, हमें उसपर गर्व है.