संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र की कड़ी आलोचना कर चुके नवनिर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र के नये महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और दोनों के बीच अमेरिका-संयुक्त राष्ट्र संबंधों पर ‘बेहद सकारात्मक’ चर्चा हुई. महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने कल दैनिक संवाददाता सम्मेलन के दौरान यहां संवाददाताओं को बताया, ‘महासचिव ने कहा कि वह राष्ट्रपति के शपथ-ग्रहण के बाद उनके साथ बात करने के इच्छुक हैं.’
आपको बता दें कि नव निर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई दफा संयुक्त राष्ट्र की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने इतना तक कहा है कि संयुक्त राष्ट्र केवल अच्छा समय बिताने का एक क्लब है. ट्रंप पहले भी कह चुके हैं कि संयुक्त राष्ट्र समस्याओं को सुलझाता नहीं, बल्कि समस्याएं पैदा करता है. संयुक्त राष्ट्र को नकारा करने भी ट्रंप ने गुरेज नहीं किया है.
बीस जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे ट्रंप ने वैश्विक निकाय की आलोचना करते हुए इसे ‘लोगों के मिलने-जुलने का क्लब’ बताया था. पिछले माह जब ओबामा प्रशासन ने सुरक्षा परिषद को अमेरिका के लंबे समय से सहयोगी रहे इस्राइल के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित करने की अनुमति दे दी थी, तब ट्रंप ने अपनी नाखुशी स्पष्ट तौर पर जता दी थी. तब ट्रंप ने ट्वीट किया था, ‘जहां तक संयुक्त राष्ट्र की बात है, चीजें 20 जनवरी के बाद अलग होंगी.’
पिछले माह ही उन्होंने एक ट्वीट में कहा था कि संयुक्त राष्ट्र के पास ‘जबरदस्त क्षमता है लेकिन अभी वह लोगों का मिलने-जुलने, बात करने और अच्छा समय बिताने का बस एक क्लब बना हुआ है. कितना दुखद.’ अमेरिका संयुक्त राष्ट्र को सबसे अधिक वित्तीय योगदान देने वाला देश है. वह संयुक्त राष्ट्र के 5.4 अरब डॉलर के बजट में 22 प्रतिशत का योगदान और शांतिरक्षा के 7.8 अरब डॉलर के इसके बजट में 28 प्रतिशत का योगदान करता है.
वहीं नये महासचिव से बातचीत को बेहद सकारात्मक माना जा रहा है. हक ने कहा कि गुटेरेस ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति को फोन किया था और इस ‘परिचय संबंधी फोन कॉल’ के दौरान उनके बीच ‘अमेरिका-संयुक्त राष्ट्र संबंधों पर बेहद सकारात्मक चर्चा’ हुई.
हक ने कहा, ‘इसमें अमेरिका एवं संयुक्तराष्ट्र के बीच भागीदारी के कई माध्यमों और सहयोग पर चर्चा हुई. मैं इस संदर्भ में और अधिक जानकारी नहीं दूंगा. मुझे लगता है कि अगली बार जब वे एक-दूसरे से मिलेंगे तो उनके बीच ज्यादा विशिष्ट चर्चाएं होंगी.’