ढाका कैफे हमले का मास्टरमाइंड मुठभेड में ढेर, हमले में मारे गए थे 22 लोग
ढाका : पिछले साल यहां एक लोकप्रिय कैफे में हुए आतंकी हमले के एक मास्टरमाइंड को पुलिस ने मार गिराया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार हमले के मास्टरमाइंड सहित दो इस्लामी आतंकी की आज सुबह पुलिस से मुठभेड़ हो गई जिसमें पुलिस ने दोनों को ढेर कर दिया. राजधानी के मोहम्मदपुर बेरिबाध क्षेत्र में आतंकवाद […]
ढाका : पिछले साल यहां एक लोकप्रिय कैफे में हुए आतंकी हमले के एक मास्टरमाइंड को पुलिस ने मार गिराया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार हमले के मास्टरमाइंड सहित दो इस्लामी आतंकी की आज सुबह पुलिस से मुठभेड़ हो गई जिसमें पुलिस ने दोनों को ढेर कर दिया.
राजधानी के मोहम्मदपुर बेरिबाध क्षेत्र में आतंकवाद रोधी एवं सीमा पार अपराध रोधी (सीटीटीसी) इकाई ने नव-जमात-उल-मुजाहिदीन के वांछित नेता नूरल इस्लाम उर्फ मरजान और एक अन्य अज्ञात चमरपंथी को ढेर कर दिया. ढाका मेट्रोपोलिटन पुलिस की सीटीटीसी इकाई के प्रमुख मोनिरुल इस्लाम ने द डेली स्टार से घटना की पुष्टि करते हुये कहा, ‘‘एक की पहचान मरजान के रुप में हुई है औैर दूसरे की अभी तक पहचान नहीं की जा सकी है.’
पुलिस ने बताया कि गुलशंस होले आर्टिजन बेकरी में एक जुलाई को हुए हमले को मरजान ने समन्वित किया था जिसमें एक भारतीय सहित 22 लोग मारे गए थे. मोनिरुल ने कहा, ‘‘एक खुफिया सूचना के आधार पर हमने तडके तीन बजे छापा मारा… हमारी उपस्थिति महसूस होने पर आतंकवादियों ने हम पर गोली चलाई. हमने जवाबी कार्रवाई की जिसमें वे दोनों लोग घायल हो गए.’ ढाका मेडिल कॉलेज अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
ढाका ट्रिब्यून ने कहा कि एक जांचकर्ता के मुताबिक मरजान नव-जेएमबी का सबसे कम उम्र का कमांडर था. यह संगठन जमातुल मुजाहिदीन बांग्लालादेश (जेएमबी) का एक नया धडा है जो इस्लामिक स्टेट से जुडा हुआ है. उसका संगठन के कई शीर्ष नेताओं के साथ संपर्क था. मरजान को भारी हथियार चलाने में विशेषज्ञता हासिल थी. मरजान काफी समय तक गैबंधा के गोबिंदगंज स्थित आतंकी शिविर में रहा जहां उसने सात आतंकवादियों को कथित तौर पर प्रेरक प्रशिक्षण दिया. इन सात में से पांच आतंकी कैफे आतंकी हमले में शामिल थे. एक जुलाई को आतंकवादी होले आर्टिसन बेकरी में घुस गए थे. हमलावरों ने वहां मौजूद लोगों को बंधक बना लिया था औैर पुलिस के साथ उनकी मुठभेड हुयी थी. इसमें दो पुलिस अधिकारी मारे गये थे. अगली सुबह एक संयुक्त कमांडो बल ने बेकरी में प्रवेश किया और सभी हमलावरों को ढेर कर बंधकों को मुक्त करा लिया. यह बंधक संकट 11 घंटे के बाद समाप्त हुआ था.