वॉशिंगटन : व्हाइट हाउस ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय उत्तर कोरिया के ‘अस्थिरता’ लाने वाले बड़बोलेपन से चिंतित है जिसमें उसने कहा है कि वह अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण करेगा. अलग-थलग पड़े उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम के दायित्वों पर टिके रहने से इनकार कर विश्व समुदाय की चिंता बढ़ा दी है. व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने कल कहा, ‘ओबामा प्रशासन, अमेरिका और मेरे विचार से अंतरराष्ट्रीय समुदाय उत्तर कोरिया प्रशासन द्वारा कभीकभार की जाने वाले अस्थिरता लाने वाली गतिविधियों और अस्थिरता लाने वाले बडबोलेपन को गंभीरता से लेता है और इसके प्रति चिंतित है. इसीलिए अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उत्तर कोरिया पर सर्वाधिक कड़ी पाबंदियां लागू करने का आह्वान किया है.’
सप्ताहांत पर कार्टर ने कहा था कि अमेरिकी सेना अमेरिका और उसके सहयोगियों का संरक्षण करने में पूरी तरह सक्षम है. उन्होंने चेतावनी दी, ‘जरुरत पड़ने पर हम उस क्षमता का इस्तेमाल करने के लिए तैयार हैं.’ उन्होंने कहा कि अमेरिका की प्राथमिकता कोरिया प्रायद्वीप को परमाणु रहित बनाना, तनाव कम करना और उत्तर कोरिया को राष्ट्रों के समुदाय में वापस लाना है.
अर्नेस्ट ने कहा, ‘लेकिन फिलहाल उत्तर कोरिया परमाणु हथियार कार्यक्रम की बात आने पर अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पालन करने से इनकार कर रहा है इसलिए वह अलग-थलग पड़ा है. विदेश विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका उत्तर कोरिया से किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है.
अमेरिका ने परमाणु संपन्न देशों से संयम बरतने को कहा
अमेरिका ने परमाणु हथियारों से संपन्न देशों से उनकी परमाणु क्षमताओं के उपयोग और परीक्षण को लेकर संयंम बरतने का अनुरोध किया है. अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पाकिस्तान द्वारा उसकी पहली परमाणु संपन्न पनडुब्बी की क्रूज मिसाइल के परीक्षण पर पूछे गये सवाल के जवाब में यह बात कही.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने परमाणु संपन्न पनडुब्बी की क्रूज मिसाइल के परीक्षण की खबरें देखी हैं.’ किर्बी ने कहा, ‘हम परमाणु क्षमता वाले सभी देशों से लगातार आग्रह करते हैं कि वह परमाणु और मिसाइल क्षमता के परीक्षण और इसके उपयोग पर संयम बरतें. हम इन क्षमताओं के संदर्भ में आपसी विश्वास बहाली तथा स्थिरता के प्रयासों को प्रोत्साहित करते हैं.’