स्ट्रॉसबर्ग (फ्रांस) : यूरोप की एक प्रमुख अदालत ने कहा है कि मुस्लिम अभिभावक अपनी बेटियों को ऐसी तैराकी कक्षाओं में भेजने से इनकार नहीं कर सकते जहां लड़के और लड़कियां दोनों तैराकी सीखते हैं. अधिकारों से संबंधित अदालत ने कहा कि स्विट्जरलैंड के शहर बासेल के प्रशासन की ओर से मुस्लिम दंपति की दो बेटियों को रियायत देने से इनकार करना उचित है.
तुर्क-स्विस दंपति ने दलील थी कि ऐसे स्थान पर बेटियों को भेजना उनकी आस्था के विपरीत है. अदालत ने कहा कि प्रशासन का फैसला बच्चों के सामाजिक एकीकरण को बढ़ावा देने की जरुरत के लिहाज से उचित है.