वाशिंगटन : जल्लीकट्टू पर लगे प्रतिबंध को हटाने की मांग को लेकर हो रहे आंदोलन के समर्थन में सैकड़ों की संख्या में तमिल-अमेरिकियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास यहां प्रदर्शन किया. सांडों को काबू करने का यह खेल तमिल संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है. बड़ी संख्या में लोगों ने वर्जीनिया के नोरफोक स्थित पेटा मुख्यालय के बाहर भी प्रदर्शन किया. पोस्टर और बैनर लिए महिलाओं तथा बच्चों सहित तमिल-अमेरिकियों ने जल्लीकट्टू के समर्थन में नारे लगाये और पेटा के खिलाफ अपने गुस्से का प्रदर्शन किया. जानवरों के साथ क्रूरता के आधार पर पशुओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाला संगठन पेटा ही जल्लीकट्टू के विरोध में शीर्ष पर है.
वाशिंगटन में भारतीय दूतावास के सामने लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास एकत्र पेटा-विरोधी प्रदर्शनकारियों में से एक बाबू विनयगम ने कहा कि हमें अपने जानवरों से प्रेम है. हमें पता है कि अपने जानवरों के साथ कैसा व्यवहार करना है. यह हमारी परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि आज की रैली जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध के खिलाफ भारत में लड़ रहे लोगों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए है.