पनामा सिटी : पनामा के पूर्व तानाशाह मैनुएल नॉरिगा के ब्रेन ट्यूमर के ऑपरेशन के लिए उनकी सजा में थोड़ी रियायत देते हुए उन्हें जेल से घर में नजरबंद करने की इजाजत दी गयी है. वकील एजरा एंजेल ने बताया कि देश के सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के बाद 82 वर्षीय पूर्व तानाशाह की हिरासत में थोड़ी ढील दी. नॉरिगा की सेहत दिन प्रतिदिन कमजोर हो रही है. वह वर्ष 1983-1990 में अपने शासनकाल के दौरान विरोधियों की गुमशुदगी के मामले में 20-20 साल की तीन सजा काट रहे हैं.
बता दें कि अमेरिका ने वर्ष 1989 में पनामा पर हमला किया था और मादक पदार्थ तस्करी एवं धनशोधन के आरोपों पर नॉरिगा को हिरासत में ले लिया था. अमेरिका और फिर फ्रांस में कई वर्ष तक जेल में बंद रहने के बाद वर्ष 2011 में उन्हें पनामा प्रत्यर्पित कर दिया गया. पनामा में पनामा नहर के किनारे बनी अल रिनेसर जेल में उन्हें कैद किया गया था.
नॉरिका के वकील एंजेल ने बताया कि उनके मस्तिष्क में ट्यूमर का कई वर्ष पहले पता चला और पनामा में रहने के दौरान उनका ट्यूमर तेजी से बढ़ा. बहरहाल, यह ट्यूमर कम घातक है, लेकिन इसके चलते उन्हें मस्तिष्काघात और दिल का दौरा भी पड़ सकता है, जिसकी गंभीरता को देखते हुए यह ऑपरेशन जरूरी है.
नॉरिगा की बेटी थेस नॉरिगा के अनुसार ऑपरेशन के लिए अभी कोई दिन निर्धारित नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि बहरहाल, ऑपरेशन के बाद ही अधिकारी यह निर्णय करेंगे कि नॉरिगा को जेल में रखा जाये या फिर घर पर आराम करने की इजाजत दी जाये.