वाशिंगटन : अमेरिका के शीर्ष डेमोक्रेटिक सांसदों ने कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवादियों को अमेरिका में प्रवेश करने से रोकने संबंधी शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्णय पर नाराजगी व्यक्त की है. अमेरिकी महिला सांसद बारबरा ली ने कहा, ‘‘मैं, राष्ट्रपति ट्रंप के धर्म के आधार पर प्रवासियों एवं शरणार्थियों को अमेरिका में प्रवेश करने से रोकने वाले शासकीय आदेश से नाराज हूं.
Advertisement
ट्रंप के फैसले से डेमोक्रेटिक सांसद नाराज
वाशिंगटन : अमेरिका के शीर्ष डेमोक्रेटिक सांसदों ने कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवादियों को अमेरिका में प्रवेश करने से रोकने संबंधी शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर करने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निर्णय पर नाराजगी व्यक्त की है. अमेरिकी महिला सांसद बारबरा ली ने कहा, ‘‘मैं, राष्ट्रपति ट्रंप के धर्म के आधार पर प्रवासियों एवं शरणार्थियों को […]
यह घोषणा संवैधानिक सिद्धान्तों एवं धार्मिक सहिष्णुता का उल्लंघन करती है, जो अमेरिकी लोकतंत्र की आधारशिला हैं.”
सीनेट में ‘मायनोरिटी लीडर’ चक शूमर ने कहा कि यह राष्ट्रपति की ओर से जारी सबसे पिछडा और सबसे बुरा शासकीय आदेश है. उन्होंने कहा, ‘‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी आर रात रो रहा है, क्योंकि प्रवासियों का स्वागत करने वाली अमेरिका की महान परंपरा, जो अमेरिका की स्थापना के समय से लागू है, को कुचल दिया गया.
” शूमर ने कहा, ‘‘प्रवासियों और शरणार्थियों को प्रवेश देना केवल मानवीय ही नहीं है, बल्कि इससे हमारी अर्थव्यस्था भी मजबूत हुई है और इससे दशकों से रोजगार सृजन में मदद मिली है.” कैलीफोर्निया की सांसद कमला हैरिस ने कहा ‘‘ ‘होलोकॉस्ट मेमोरियल डे’ पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने मुस्लिम बहुल देशों के शरणार्थियों का अमेरिका में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया। यह समझने में कोई गलती नहीं करें कि यह मुस्लिमों पर प्रतिबंध है.”
उन्होंने कहा, ‘‘दोनों पार्टियों के राष्ट्रपतियों ने ऐसे लोगों के लिए अपने दरवाजे खोले हैं, जो दशकों से हिंसा और उत्पीडन से पीडित रहे हैं. हम लाखों शरणार्थियों से मुंह नहीं मोड सकते, जो हमारे देश और हमारी अर्थव्यवस्था में सहयोग कर रहे हैं.”
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement