दक्षिणी चीन सागर में दो विमान वाहक पोत तैनात कर सकता है चीन
बीजिंग : चीन के दूसरे विमान वाहक पोत को ‘‘पेचीदा हालात’ को संभालने के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दक्षिण चीन सागर के समीप कहीं तैनात किया जा सकता है. इस समय इस पोत का निर्माण बहुत तेजी से किया जा रहा है. दूसरे विमान वाहक पोत का निर्माण पूर्वी दालियान बंदरगाह पर किया जा […]
बीजिंग : चीन के दूसरे विमान वाहक पोत को ‘‘पेचीदा हालात’ को संभालने के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दक्षिण चीन सागर के समीप कहीं तैनात किया जा सकता है. इस समय इस पोत का निर्माण बहुत तेजी से किया जा रहा है. दूसरे विमान वाहक पोत का निर्माण पूर्वी दालियान बंदरगाह पर किया जा रहा है. कल शांगदोंग में सरकारी टेलीविजन चैनल ने रिपोर्ट दी थी कि दो साल और नौ महीने के निर्माण के बाद पोत आकार ले रहा है लेकिन इसने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी कि इस पोत का निर्माण कब पूरा होगा.
विभिन्न चीनी मीडिया रिपोर्टो में बताया गया है कि इस पोत के वर्ष 2017 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है और यह आधिकारिक रूपसे 2019 में नौसेना में शामिल हो जाएगा. हांगकांग से प्रकाशित चाइना मार्निंग पोस्ट ने यह खबर दी है. हालांकि चीन ने अभी तक आधिकारिक रूपसे अपने दूसरे पोत के बेस के बारे में कोई घोषणा नहीं की है.
चीन का पहला विमान वाहक पोत लियाओनिंग इस समय उत्तर के बंदरगाह क्विंगदाओ पर तैनात है जो जापान और दक्षिण कोरिया के समीप है. यह पूर्व सोवियत संघ के पोत का पुन: निर्मित संस्करण है. चीन के दक्षिणी तट पर नए पोत की तैनाती से दक्षिण चीन सागर में देश की सैन्य क्षमता में इजाफा होने की संभावना है जहां चीन कृत्रिम द्वीप बना रहा है और अमेरिका के साथ तनाव में उलझा हुआ है.