चीन की बढ़ती आक्रामकता से अमेरिका के पूर्व खुफिया प्रमुखों में मची खलबली

वाशिंगटन : अमेरीकी खुफिया एजेंसी के पूर्व प्रमुखों ने चीन के बढ़ते आक्रामक रवैये पर चिंता व्यक्त की है. उनके अनुसार, चीन का यह रवैया अमेरिका के एशियाई सहयोगियों के लिए एक परेशानी का कारण है. सीआईए के पूर्व निदेशक जनरल (सेवानिवृत्त) डेविड पेट्रियस ने हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के सदस्यों से कहा कि चीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2017 10:25 AM

वाशिंगटन : अमेरीकी खुफिया एजेंसी के पूर्व प्रमुखों ने चीन के बढ़ते आक्रामक रवैये पर चिंता व्यक्त की है. उनके अनुसार, चीन का यह रवैया अमेरिका के एशियाई सहयोगियों के लिए एक परेशानी का कारण है. सीआईए के पूर्व निदेशक जनरल (सेवानिवृत्त) डेविड पेट्रियस ने हाउस आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के सदस्यों से कहा कि चीन केवल एक उभरती महान शक्ति और सामरिक प्रतिद्वंद्वी ही नहीं है, बल्कि वह हमारा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार भी है. हमारा उनके साथ रिश्ता विश्व में सबसे महत्वपूर्ण है.

कांग्रेस समिति के समक्ष उन्होंने कहा कि वास्तव में, हमारे संबंध एक प्रतिद्वंद्वी के होने के साथ ही कुछ साझे हितों के भी हैं और जिसके लिए हमें आपसी संयम और सम्मान की कुछ अवधारणाओं का विकास करने की आवश्यकता भी है. सीआईए के पूर्व कार्यवाहक निदेशक जॉन मेकलॉगलिन ने कहा कि चीन अमेरिका के प्रभाव पर लगाम लगाने और एशिया पर हावी होने के लिए आक्रामक रुप से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि एक ओर चीन का आर्थिक विकास इस समय 25 साल में सबसे कम है, लेकिन वहीं राष्ट्रपति शी ने संभावित परिवर्तनकारी पहलों को शुरू करना बंद नहीं किया है. उन्होंने कहा कि चीन एक बढ़ती शक्ति है, घटती हुई नहीं जैसी एक समय सोवियत संघ थी.

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