नयी दिल्ली : डीयू के रामजस कॉलेज में आइसा और एबीवीपी छात्र गुटों के बीच झगड़ा मामले ने और तूल ले लिया है. आज एबीवीपी छात्र संगठन ने जहां मार्च निकाला वहीं खिलाडियों और बॉलीवुड हस्तियों के बीच जुबानी जंग तेज है. सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाने वाली गुरमेहर कौर को लेकर जहां वीरेंद्र सहवाग,बबीता फोगाट और पहलवान योगेश्वर दत्त ने ट्वीट किया, वहीं समर्थन में कई स्टार खिलाड़ी और बॉलीवुड कलाकार कूद पड़े हैं.
जानेमाने गीतकार और पूर्व राज्य सभा सांसद जावेद अख्तर ने कल केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग और योगेश्वर दत्त पर दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रा गुरमेहर कौर पर उनकी टिप्पणी को लेकर निशाना साधा और इसे ‘‘अत्यंत पक्षपातपूर्ण’ बताया.
अख्तर ने ट्वीट किया, ‘‘यदि कोई बमुश्किल साक्षर खिलाड़ी या पहलवान एक शहीद की शांतिप्रिय पुत्री को ‘‘ट्रोल’ करता है तो यह समझा जा सकता है लेकिन कुछ पढ़े लिखे व्यक्तियों को क्या हो गया है.’ अब भारत महिला पहलवान बबीता फोगाट ने जावेद अख्तर के इस ट्वीट पर जोरदार हमला बोला है.
फोगाट ने कहा, देश के लिए अच्छा कर रही हूं, अनपढ़ नहीं हूं. पढ़े-लिखे लोग देश के बारे में ऐसा बोलते हैं, वो पढ़े लिखे अनपढ़ हैं.इससे पहले भी बबीता फौगाट ने गुरमेहर कौर को आड़े हाथ लेते हुए अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि जो अपने देश के हक में बात नहीं कर सकती उसके हक में बात करना ठीक है क्या ??? अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मैं रेप की धमकी की निंदा करती हूं…. यदि लोग इस तरह से धमकी दे रहे हैं तो ये बहुत ही गलत है… लेकिन मैं अपने देश के खिलाफ एक शब्द भी नहीं सुन सकती हूं…
गौरतलब हो कि सेना के शहीद कैप्टेन मनदीप सिंह की पुत्री एवं लेडी श्रीराम कालेज की छात्रा 20 वर्षीय कौर ने रामजस कालेज में हिंसा के बाद अभियान शुरू किया था. अपने अभियान के अगले चरण में गुरमेहर ने सोशल मीडिया पर एक तसवीर पोस्ट की जिसमें लिखा था, मेरे पिता को पाकिस्तान ने नहीं मारा, युद्ध ने मारा.
गुरमेहर कौर की इस पोस्ट पर ट्वीट पर हमेशा आक्रामक रहने वाले वीरेंद्र सहवाग ने मजाकिया अंदाज में अपनी एक तसवीर पोस्ट की जिसमें उन्होंने लिखा, दो बार तीहरा शतक उन्होंने नहीं मारा, मेरे बल्ले ने मारा. सहवाग के इस ट्वीट के बाद विवाद और बढ़ गया और इसमें कई लोग कूद पड़े. हालांकि विवाद बढ़ने के बाद वीरेंद्र सहवाग ने अपनी सफाई दी और कहा, कौर के पोस्ट के जवाब में सोशल मीडिया पर किया गया उनका पोस्ट ‘‘एक मजाक का प्रयास’ था न कि किसी की राय को लेकर उसको धमकाना. उन्होंने कहा कि सहमति और असहमति भी कोई कारक नहीं थी.