लखनऊ/नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री और फतेहपुर से भाजपा सांसद साध्वी निरंजन ज्योति ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बिजली व्यवस्था को लेकर समाजवादी सरकार के दावों की पोल खुल गई है जबकि भाजपा ‘‘सौगंध की सियासत नहीं विकास करती है.”
साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा, कि मैं वाराणसी में थी और बिजली खूब जा रही थी. हम कसम की सियासत नहीं, विकास करते हैं.” उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में बिजली को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तक एक दूसरे पर जमकर वार पलटवार कर रहे है. अखिलेश ने तो प्रधानमंत्री को गंगा की कसम खाने की भी चुनौती दे दी कि वो बताएं वाराणसी को 24 घंटे बिजली मिल रही है या नहीं. उप्र में सपा सरकार पर निशाना साधते हुए साध्वी ने आरोप लगाया, ‘‘अखिलेश सरकार ने पक्षपात किया है, उसका खुलासा करना जरुरी है. वह नकाब हटाना है. विकास को एक आंख से नहीं देखा जा सकता. सभी का विकास जरुरी है. कब्रिस्तान के लिए पैसा दिया जा रहा है तो श्मशान के लिए भी दिया जाना चाहिए.”
चुनावों में भडकाऊ भाषा के इस्तेमाल पर साध्वी ने कहा, कि भाजपा हमेशा से विकास के मुद्दे पर लडी है लेकिन विकास से भटकाने वालों को जवाब देना जरुरी है. कटाक्ष का जवाब देना जरुरी है. विकास नहीं करने वाले ही ध्यान भटकाने वाली राजनीति कर रहे हैं. उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज के बयान से किनारा करते हुए साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा, कि साक्षीजी का बयान उनका व्यक्तिगत है, मैं उस पर टिप्पणी नहीं करुंगी.
साक्षी महाराज ने कथित तौर पर कहा था कि कब्रिस्तान होने ही नहीं चाहिए और हर किसी का दाह संस्कार किया जाना चाहिए. भाजपा द्वारा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में एक भी मुसलमान उम्मीदवार नहीं उतारने के सवाल पर साध्वी ने कहा, कि पार्टी को कहीं कोई उम्मीदार नहीं दिखा सीट जीतने वाला. उन्होंने कहा, कि हम सही मायनों में धर्म निरपेक्ष हैं. सबके साथ और विकास की बात करते हैं. जिन लोगों ने देश और प्रदेश में सांप्रदायिकता का रंग दिया वह सपा, कांग्रेस और बसपा हैं.
भाजपा की सरकार बनती है तो उत्तर प्रदेश में सरकार की कमान कौन संभालेगा? इस सवाल पर साध्वी ने कहा, कि भाजपा में चेहरों की कमी नहीं है. पार्टी जिसे जिम्मेदारी देगी, वह निभाएगा.”