वाराणसी में शक्ति प्रदर्शन : मोदी के रोड शो का जवाब राहुल-अखिलेश ने रोड शो से दिया

वाराणसी : उत्तर प्रदेश में सत्ता के लिए संघर्ष कर रही प्रमुख पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने आज मंदिरों के प्राचीन शहर में मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की पूरी कोशिश की. इस दौरान वाराणसी की सड़कों पर झंडों से लैस समर्थकों का हुजूम उमड़ा हुआ था और माहौल नारों से गुंजायमान था. इन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 4, 2017 4:42 PM

वाराणसी : उत्तर प्रदेश में सत्ता के लिए संघर्ष कर रही प्रमुख पार्टियों के शीर्ष नेताओं ने आज मंदिरों के प्राचीन शहर में मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने की पूरी कोशिश की. इस दौरान वाराणसी की सड़कों पर झंडों से लैस समर्थकों का हुजूम उमड़ा हुआ था और माहौल नारों से गुंजायमान था. इन कार्यक्रमों की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की और उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना की.

रोडशो की शुरुआत करने के पहले मोदी ने हिंदुत्व विचारक पंडित मदन मोहन मालवीय की काशी हिंदू विश्वविद्यालय में स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि की. प्रधानमंत्री के रोडशो में लोगों की भारी भीड़ देखी गई. वाराणसी में प्रधानमंत्री का रोडशो उस दिन हुआ जिस दिन उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में छठे चरण के लिए 49 सीटों पर मतदान हो रहा है जिसमें गोरखपुर और आजमगढ़ शामिल हैं. भाजपा नेताओं का मानना है कि एक घंटे तक चले इस रोडशो से उसे आठ मार्च को होने वाले अंतिम चरण के चुनाव में 40 सीटों पर फायदा होगा.

कार्यक्रम का अधिकतर चैनलों ने सीधा प्रसारण किया. रोडशो के दौरान प्रधानमंत्री की झलक पाने के लिए लोगों का हुजूम शहर की सड़कों पर उमड़ पड़ा. लोग कई तरह के नारे लगा रहे थे जिनमें ‘सुबह बनारस, शाम बनारस (मोदी तेरे नाम बनारस’, मोदी, मोदी, जैसे नारे शामिल हैं. प्रधानमंत्री हाथ उठाकर और हाथ जोड़कर लोगों को अभिवादन कर रहे थे.

प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान वाराणसी में रोडशो किया था जहां से वह सांसद हैं. भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जबर्दस्त जीत हासिल की थी और अपना दल के साथ भाजपा गठबंधन को 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. राजनीतिक रुप से अहम राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है और वह विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के लिए एक बार फिर मोदी पर निर्भर दिख रही है.

सपा अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ रोडशो किया. उल्लेखनीय है कि सपा ने कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन किया है. लाल टोपी पहने अखिलेश ने भी काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की और आशीर्वाद लिया. सपा के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव द्वारा कमोवेश चुनाव प्रचार से दूर रहने के बाद पार्टी की स्टार प्रचारक के रुप में उभरी सांसद और मुख्यमंत्री की पत्नी डिंपल भी बीच में रोडशो में शामिल हुयीं. मुलायम ने अब तक कुछ ही रैलियां की हैं. उन्होंने अपने भाई शिवपाल तथा छोटी बहू अर्पणा के लिए जसवंतनगर तथा लखनऊ (कैंटोनमेंट) सीटों पर रैलियां की हैं.

गठबंधन में सहयोगियों के हजारों समर्थक उनके रोड शो में मौजूद थे. समर्थकों ने फूल भी बरसाए. रास्ते में लोग अखिलेश के पोस्टर लिए हुए थे. चौका घाट के पास काफिले के गुजरने के दौरान पथराव की एक घटना हुयी हालांकि पुलिस ने इससे इंकार किया. पुलिस ने कहा कि झंडा फहराने को लेकर प्रतिद्वंद्वी दलों के समर्थक आमने सामने आ गए लेकिन झड़प को टाल दिया गया. बसपा नेता मायावती वाराणसी नहीं आयीं लेकिन उन्होंने यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर रोहनिया में एक चुनावी रैली की. उन्होंने दावा किया कि मोदी के रोडशो में आए लोग ‘‘सिर्फ दर्शक” थे जो बिहार और मध्य प्रदेश जैसे पडोसी राज्यों से लाए गए थे.

रोड शो से पहले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ज्ञानपुर स्थित पुलिस लाइन के सामने मैदान में हुई सभा में जमकर हमला बोला. उन्‍होंने कहा, वाराणसी में प्रधानमंत्री और उनके तमाम मंत्रियों का जमावडा विधानसभा चुनाव में अपनी जमीन खोने से उपजी उनकी घबराहट को जाहिर कर रहा है.
अखिलेश ने ज्ञानपुर स्थित पुलिस लाइन के सामने मैदान में हुई सभा में कहा कि इस उमडे जनसैलाब को जो भी देख लेगा वह यह समझ जाएगा की जनता किसके साथ है. जनता अब सरकार बनाने को इंतजार नहीं करना चाहती.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी में रोड शो कर रहे हैं. आप उसे भी देख लेना. उन्होंने कहा कि मोदी और उनके तमाम मंत्री वाराणसी में डेरा जमाए हुए हैं. यह साफ इशारा है कि उन्हें इस क्षेत्र में अपनी जमीन खिसकने का अंदाजा हो गया है और उनकी घबराहट जाहिर हो रही है.
सपा अध्यक्ष ने मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि उन्होंने तो उत्तर प्रदेश में अपने 10 विकास कार्य तो बता दिये हैं. प्रधानमंत्री केंद्र में अपनी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के लिये किये गये 10 काम गिनाएं. हम पांच साल का हिसाब देते हैं और वह तीन साल का हिसाब दे कर बता दें.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पांच साल में बहुत काम किया है. अब अगली सरकार में और भी ज्यादा काम करके दिखा देंगे. जनता को सपा की नीतियों पर भरोसा है. दोबारा सरकार बनने पर प्रदेश की हर गरीब महिला को एक हजार रुपये प्रतिमाह पेंशन दी जाएगी.
बसपा मुखिया मायावती के बारे में अखिलेश ने कहा कि जीते-जी अपनी मूर्ति बनवाने वाली मायावती की भाषा अब बदली हुई सी है. अब वह भी विकास की बात करने लगी हैं. कहने को तो वह हमारी बुआ हैं लेकिन वह रक्षाबंधन का त्यौहार भाजपा के साथ मनाती हैं. इसलिए जनता को उनसे होशियार रहना होगा.
ज्ञानपुर सीट पर बाहुबली विजय मिश्रा का टिकट काटकर राम रति बिंद को देने के अपने फैसले का जिक्र करते हुए सपा अध्यक्ष ने किसी का नाम लिये बगैर कहा कि यहां एक अलग तरह का आदमी चुनाव में है. उससे बड़ी मुश्किल से छुटकारा पाया है. सुना है कि वह लोगों को धन बांट रहे हैं. हम अपने लोगों से कहते है कि पैसा रख लेना और साईिकल को वोट दे देना.
अखिलेश ने भदोही सीट से जाहिद बेग , औराई से मधुबाला पासी और ज्ञानपुर से राम रति बिंद के लिये वोट मांगते हुए कहा कि जिस तरह हर चरण में बढ़त मिली है उसी तरह आखिरी चरण में भी सपा को वोट देकर नई सरकार बनाये जिससे आपकी नई जिंदगी की शुरुआत हो.
सभा के बाद बड़ी संख्या में आये लोगों की भीड़ एक दीवार फांदकर सड़क पर आने लगी जिससे आठ फीट ऊंची लगभग 30 फीट लंबी वह दीवार धराशायी हो गई. इस हादसे में पांच लोगों को मामूली चोट आयी.

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