सोल : परमाणु हथियारों से सम्पन्न उत्तर कोरिया द्वारा प्रक्षेपित की गईं चार मिसाइलें जापान में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर हमला करने के लिए प्रशिक्षण अभ्यास थीं और नेता किम जोंग उन ने इस अभ्यास की निगरानी की थी. इन मिसाइलों ने दुनिया को सकते में डाल दिया है. प्योंगयांग की सरकारी संवाद समिति केसीएनए ने आज यह जानकारी दी.
दागी गई चार में से तीन मिसाइलें अमेरिका के सहयोगी जापान के पास उसके जलक्षेत्र में गिरी थीं जो उसके विशिष्ट आर्थिक क्षेत्र का हिस्सा है. उत्तर कोरिया ने ऐसा करके अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती दी. इस प्रक्षेपण पर चर्चा करने के लिए वाशिंगटन और तोक्यो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के साथ एक आपातकालीन बैठक किए जाने का अनुरोध किया है और यह बैठक संभवत: कल होगी.
संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के तहत प्योंगयांग पर बैलिस्टिक मिसाइल तकनीक के इस्तेमाल को लेकर रोक लगाई गई है. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने ट्विटर पर कहा कि दुनिया उत्तर कोरिया को इस ‘‘विनाशकारी मार्ग’ पर चलने की ‘‘अनुमति नहीं देगी’.
उत्तर कोरिया ने पहला परमाणु परीक्षण 2006 में किया था। तब से संयुक्त राष्ट्र ने उस पर प्रतिबंधों के छह सेट लगाए हैं जो सभी उसकी इस मुहिम को रोकने में नाकामयाब रहे हैं. उत्तर कोरिया इन हथियारों को रक्षात्मक हथियार करार देता रहा है.