#BhagatSingh रसगुल्ला और चार्ली चैपलिन की फिल्मों के शौकीन थे भगत सिंह
भगत सिंह स्वाधीनता आंदोलन की एक ऐसी चिंगारी थे, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत की चूलें हिला दीं. मात्र 23 साल की उम्र में उन्हें फांसी दे दी गयी थी. उनके बारे में कई कहानियां कही जाती हैं, लेकिन उनके जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी बातें भी हैं, जिन्हें हम नहीं जानते और वे काफी रोचक हैं. […]
भगत सिंह स्वाधीनता आंदोलन की एक ऐसी चिंगारी थे, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत की चूलें हिला दीं. मात्र 23 साल की उम्र में उन्हें फांसी दे दी गयी थी. उनके बारे में कई कहानियां कही जाती हैं, लेकिन उनके जीवन से जुड़ी कुछ ऐसी बातें भी हैं, जिन्हें हम नहीं जानते और वे काफी रोचक हैं.
1. बचपन में जब भगत सिंह अपने पिता के साथ खेत में जाते थे तो पूछते थे कि हम जमीन में बंदूक क्यों नहीं उपजा सकते.
2. जलियावाला बाग हत्याकांड के समय भगत सिंह की उम्र सिर्फ 12 साल थी. इस घटना ने भगत सिंह को हमेशा के लिए क्रांतिकारी बना दिया.
3. भगत सिंह ने अपने कॉलेज के दिनो में ‘National Youth Organisation‘ की स्थापना की थी.
4. भगत सिंह शादी नहीं करना चाहते थे. जब उनके माता-पिता उनकी शादी की योजना बना रहे थे, वह घर छोड़कर कानपुर आ गए थे. उन्होंने कहा अब तो आजादी ही मेरी दुल्हन बनेगी.
5. कॉलेज के दिनों में भगत सिंह एक अच्छे अभिनेता भी थे. उन्होंने बहुत से नाटकों में हिस्सा लिया. भगत सिंह को कुश्ती का भी शौक था.
6. भगत सिंह एक अच्छे लेखक भी थे वो उर्दू और पंजाबी भाषा में कई अखबारों के लिए नियमित रूप से लिखते थे.
7. भगत सिंह ने अपना वेश वदलने के लिए अपने बाल कटवा लिये और दाढ़ी भी साफ करवा ली. अंग्रेजो से बचने के लिए ऐसा करना जरूरी था.
8. सेंट्रल असेंबली में भगत सिंह और उनके साथियों ने जो बम फेंके थे, वो निचले स्तर के विस्फोटक से बनाए गए थे, क्योंकि वह किसी को मारना नहीं, बल्कि अपना संदेश देना चाहते थे.
9. हिंदू-मुस्लिम दंगों से दुःखी होकर भगत सिंह ने घोषणा की थी कि वह नास्तिक हैं.
10. महात्मा गांधी की अहिंसा की नीतियों से भगत सिंह सहमत नहीं थे. भगत सिंह को लगता था कि बिना हथियार उठाए आजादी नहीं मिल सकती हैं.
11. भग़त सिंह को फिल्में देखना और रसगुल्ले खाना काफी पसंद था. वे राजगुरु और यशपाल के साथ जब भी मौका मिलता था, फिल्म देखने चले जाते थे. चार्ली चैप्लिन की फिल्में बहुत पसंद थीं. इस पर चंद्रशेखर आजाद बहुत गुस्सा होते थे.
12. ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा भग़त सिंह ने दिया था.