पाकिस्तान दिवस : परेड में पहली बार चीनी सैनिकों ने की शिरकत, लाहौर में लगे भारत विरोधी नारे
इसलामाबाद : पाकिस्तान ने गुरुवार को अपना गणतंत्र दिवस मनाया. इस अवसर पर आयोजित परेड में पाकिस्तान ने अपनी सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन किया. परेड में पहली बार चीन और सऊदी अरब के सैनिकों ने शिरकत की. वहीं, तुर्की का ‘मेहर’ सैन्य बैंड शामिल हुआ. इस दौरान एफ-16, जेएफ-17 थंडर्स, मिराज, एडब्ल्यूएसी, पी3-सी ओरियोन और […]
इसलामाबाद : पाकिस्तान ने गुरुवार को अपना गणतंत्र दिवस मनाया. इस अवसर पर आयोजित परेड में पाकिस्तान ने अपनी सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन किया. परेड में पहली बार चीन और सऊदी अरब के सैनिकों ने शिरकत की. वहीं, तुर्की का ‘मेहर’ सैन्य बैंड शामिल हुआ. इस दौरान एफ-16, जेएफ-17 थंडर्स, मिराज, एडब्ल्यूएसी, पी3-सी ओरियोन और एफ-7 ने अपना प्रदर्शन किया. पाकिस्तान ने मिसाइलें और वायु रक्षा प्रणाली का भी उतारा. इधर, लाहौर की सड़कों पर मुंबई हमले के गुनहगार आतंकी हाफिज सईद के संगठन तहरीक-ए-आजादी ने भारत के खिलाफ रैली निकाली और भारत विरोधी नारे लगाये.
अलापा कश्मीर राग
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ बातचीत को तैयार है. कश्मीर मुद्दे को हल करना चाहता है, जो बंटवारे का अधूरा एजेंडा है. लेकिन, भारत ने अपने गैरजिम्मेदाराना रवैये, नियंत्रण रेखा और कामकाजी सीमा पर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन करके क्षेत्र की शांति को खतरे में डाला है.
कश्मीरियों पर ध्यान देना जरूरी : बासित
भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने दिल्ली उच्चायोग में कहा कि इसलामाबाद नयी दिल्ली के साथ शांतिपूर्ण ताल्लुकात चाहता है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर मुद्दे का कश्मीरियों की आकांक्षाओं के मुताबिक हल होना चाहिए और उम्मीद है कि यह होगा. मुझे उम्मीद है कि जो कश्मीरी कर रहे हैं, वो इंशाल्लाह कामयाब हो.
बासित का बयान गरिमा के अनुरूप नहीं : भारत
बासित के बयान पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी टिप्पणियां राजनयिक गरिमा के अनुरूप नहीं हैं. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा कि पाकस्तिानी उच्चायुक्त के बयान राजनयिक गरिमा के अनुरूप नहीं है. यह हमारे अंदरूनी मामलों में दखल देने के समान है. पाकिस्तान को सलाह दी जाती है कि उस देश की धरती से चल रहे आतंक की चुनौती का प्रभावी समाधान करें, जिससे पड़ोसी इलाके की शांति और स्थिरता पर बुरा असर पड़ा है.