मास्को : रूस का दूसरा सबसे बड़ा शहर सेंट पीटर्सबर्ग सोमवार को मेट्रो स्टेशन पर हुए धमाकों से दहल उठा. धमाके में दस लोगों की मौत हो गयी, जबकि 50 से अधिक घायल हो गये. रूसी मीडिया के हवाले से खबर है कि धमाके का संदिग्ध 20 साल के आसपास का था और उसका संबंध मध्य एशिया से था.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने धमाकों के टेरर से लेकर सभी एंगल से जांच की बात कही है. ये धमाके ऐसे वक्त हुए हैं, जब शहर में रूसी राष्ट्रपति पुतिन मौजूद थे. इधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के सेंट पीटर्सबर्ग मेट्रो में हुए विस्फोट में हुई जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है. रूस के टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट मेट्रो स्टेशन के प्लेटफार्म पर यह धमाका दोपहर ढाई बजे के आसपास हुआ. उस वक्त वहां काफी संख्या में लोग एकत्र थे.
यह इतना जोरदार था कि मेट्रो कोच के परखच्चे उड़ गये. माना जा रहा है कि ट्रेन के भीतर एक अज्ञात वस्तु से विस्फोट हुआ. रूसी जांच एजेंसियां धमाके के पीछे टेरर कनेक्शन को लेकर भी जांच कर रही हैं.
नेल बम से हमला : मेट्रो ट्रेन में धमाका कील बम (नेल बम) से किया गया है. इसमें ज्यादा लोगों को घायल करने के लिए कीलों का प्रयोग किया जाता है. कीलें छर्रे के रूप में काम करती हैं, जिससे छोटे क्षेत्र में अधिक नुकसान पहुंचाया जाता है.
दिल्ली में भी सुरक्षा कड़ी : इधर, दिल्ली में भी मेट्रो की सुरक्षा कड़ी कर दी गयी है. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल को राजधानी के डेढ़ सौ से अधिक स्टेशनों की सुरक्षा अधिकतम स्तर पर सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.