सियोल : उत्तर कोरिया ने बीते दिनों मिसाइल परीक्षण करने के बाद एक बार फिर विस्फोटक मिसाइल का परीक्षण किया है. उसकी ओर से मिसाइल का यह परीक्षण चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का अमेरिका दौरा शुरू होने के पहले किया गया है. बीबीसी की वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के अनुसार, अमेरीकी और दक्षिणी कोरियाई अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी पोर्ट सिंपो से जापानी सागर में एक बलीस्टिक मिसाइल दागी है.
बीबीसी की खबर के अनुसार, दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री ने कहा कि मिसाइल करीब 60 किलोमीटर तक गयी. उत्तर कोरिया के हाल के परीक्षणों में यह सबसे ताजा परीक्षण है. हालांकि, इस परीक्षण को शांतिपूर्वक बताया गया है, लेकिन पश्चिमी देशों को डर है कि यह उसके परमाणु हथियार कार्यक्रम का हिस्सा हो सकता है. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अमेरिका की यात्रा से पहले उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण किया है. चीनी राष्ट्रपति अपने अमरीकी समकक्ष डोनाल्ड ट्रंप से मुलाक़ात करेंगे.
चर्चा इस बात की भी है कि दुनिया के दो शक्तिशाली देशों के दोनों नेता आपसी मुलाकात के दौरान उत्तर कोरिया के मिसाइल कार्यक्रम पर लगाम लगाने को लेकर भी बात करेंगे. संयुक्त राष्ट्र की तरफ़ से उत्तर कोरिया पर मिसाइल और परमाणु परीक्षण को लेकर प्रतिबंध लगा हुआ है. प्रशांत महासागर में अमेरिकी सैन्य कमांडर का कहना है कि उत्तर कोरिया के हाल के परीक्षण केएन-15 मध्य-रेंज के विस्फोटक मिसाइल हैं. बयान में कहा गया है कि उत्तरी अमरीकी एयरोस्पेस डिफेंस कमांड उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण को उत्तरी अमरीका के लिए ख़तरा नहीं बनने देगा.
बीबीसी के अनुसार, पिछले महीने उत्तर कोरिया ने चार विस्फोटक मिसाइल का परीक्षण किया था. ये परीक्षण तोंगचांग-री इलाके से जापानी सागर की ओर किया गया था. यह चीनी सरहद के पास है. जापानी पीएम शिंजो अबे ने इसे नया ख्रतरा करार दिया है.