मुजफ्फरपुर में डबल मर्डर : हत्याकांड की आंखों देखी ग्राउंड रिपोर्ट
मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले वाले मुजफ्फरपुर में 12 घंटे के भीतर अपराधियों ने दो लोगों की हत्या कर दी. पहली हत्या एनटीपीसी के ठेकेदार अतुल की हुई. हमलावरों ने अतुल को संभलने नहीं दिया! जब अतुल को गोली मारी गयी, तब वहां से एक सेवानिवृत्त फौजी गुजर रहे थे, […]
मुजफ्फरपुर : उत्तर बिहार की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले वाले मुजफ्फरपुर में 12 घंटे के भीतर अपराधियों ने दो लोगों की हत्या कर दी. पहली हत्या एनटीपीसी के ठेकेदार अतुल की हुई. हमलावरों ने अतुल को संभलने नहीं दिया! जब अतुल को गोली मारी गयी, तब वहां से एक सेवानिवृत्त फौजी गुजर रहे थे, जो चौक पर किसी काम से जा रहे थे. उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने अतुल की हत्या की है. वह बाइक सवार थे, जो बाइक चला रहा था, उसने रुमाल से अपना चेहरा ढक रखा था, जबकि पीछे बैठा हमलावर हेलमेट लगाये हुये थे. दोनों के बीच में काला बैग रखा था. माना जा रहा है कि इसी में एके-47 थी, जिससे अतुल पर गोलियां बरसायी गयीं.
रिटायर्ड फौजी ने दी पूरी जानकारी
सेवानिवृत्त फौजी ने बताया कि अतुल बुलेट से वापस घर आ रहे थे. उन्हें देखते ही गाड़ी धीमी की और प्रणाम किया. इसके बाद घर की ओर बढ़ गये. उनके पीछे भी बाइक पर सवार दो युवक चल रहे थे. माना जा रहा है कि ये भी हमलावर ही थे. अतुल जैसे ही अपने घर का गेट खोलने के लिए आगे बढ़े. पहले से बाइक पर सवार दोनों युवक भी उनके पीछे हो लिये. इससे रिटायर्ड फौजी की शंका और बढ़ गयी. वह उन्हें देखने लगे. इसी बीच इन लोगों ने बैग से एके-47 निकाल कर फायरिंग शुरू कर दी और मौके से फरार हो गये. गेट खोलने के लिए अतुल की पत्नी घर से बाहर निकली थीं. वह जब तक कुछ समय पातीं, तब तक अतुल जमीन पर गिर चुके थे. उनके शरीर से खून निकल रहा था, जिस समय उन्हें गोली मारी गयी. वह संभलने की कोशिश कर रहे थे. बुलेट खड़ा करना करना चाह रहे थे, लेकिन इसमें कामयाब नहीं हो सके. कुछ ही देर में वहां चारों ओर खून फैल गया. मौके पर पहुंचे परिजनों व आसपास के लोगों ने अतुल को संभालने की कोशिश की, लेकिन वह बेहोश थे.
दूसरी हत्या की ग्राउंड रिपोर्ट
बालूघाट स्थित राणीसती मंदिर गली के रहनेवाले बिस्कुट व्यवसायी ओमप्रकाश अग्रवाल की गुरुवार की देर शाम करीब पौने नौ बजे हत्या कर दी गयी. लूट के दौरान बाइक सवार अपराधियों ने ओमप्रकाश को गोली मारी. बदमाशों ने व्यवसायी के घर के गेट पर घटना को अंजाम दिया. गोली की आवाज सुन कर उनके छोटे भाई राजीव अग्रवाल ने शोर मचाते हुए अपराधियों का पीछा किया, लेकिन अपराधी फायरिंग करते हुए फरार हो गये. परिजनों ने आनन-फानन में मुहल्ले के लोगों की मदद से ओमप्रकाश को जूरन छपरा स्थित प्रशांत हॉस्पिटल ले गये, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
घटना के बाद पहुंची पुलिस
घटना की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी राजीव रंजन, नगर डीएसपी आशीष आनंद, डीएसपी पूर्वी मुस्तफिक अहमद, नगर थानाध्यक्ष केपी सिंह व ब्रह्मपुरा थानाध्यक्ष उपेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ हॉस्पिटल पहुंचे. ओमप्रकाश के भाई राजीव व उनके कर्मचारी गुड्डू से जानकारी ली. दोनों के बताये के मुताबिक पुलिस ने अपराधियों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है. साथ ही छापेमारी भी शुरू कर दी है. लुटेरे व्यवसायी से कितना रुपये लूट कर ले गये. इसकी जानकारी नहीं मिल पायी, लेकिन कहा जा रहा है कि व्यवसायी की जेब में पेन ड्राइव थी, जिसमें दिन भर का हिसाब होगा. उसी से लूट की रकम का खुलासा हो जायेगा. देर रात एसएसपी ने ओमप्रकाश के परिजनों से जानकारी ली. नगर विधायक सुरेश शर्मा व पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए व्यवसायी के घर पहुंचे.
एसएसपी का बयान
मुजफ्फरपुर एसएसपी ने मीडिया को बताया कि घटना में शामिल अपराधियों को चिह्नित करके गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है. जल्द ही उनको गिरफ्तार कर लिया जायेगा.