पुलिस की विशेष टीम एक्शन में, शहर से लेकर मुशहरी तक छापेमारी
मुजफ्फरपुर : ठेकेदार अतुल हत्याकांड में शामिल हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी विवेक कुमार ने स्पेशल टीम का गठन किया है. गठित पुलिस टीम मिठनपुरा थाना क्षेत्र के कई मुहल्ले सहित मुशहरी के विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर तीन को हिरासत में लिया है, वहीं छापेमारी में शातिर अपराधी अंजनी ठाकुर के शागिर्दों की […]
मुजफ्फरपुर : ठेकेदार अतुल हत्याकांड में शामिल हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी विवेक कुमार ने स्पेशल टीम का गठन किया है. गठित पुलिस टीम मिठनपुरा थाना क्षेत्र के कई मुहल्ले सहित मुशहरी के विभिन्न जगहों पर छापेमारी कर तीन को हिरासत में लिया है, वहीं छापेमारी में शातिर अपराधी अंजनी ठाकुर के शागिर्दों की फरारी से इस हत्याकांड में उसके गिरोह के संलिप्तता की संभावना बलवती हो गयी है.पिंटू ठाकुर हत्याकांड सहित अन्य मामलों में पुलिस अंजनी ठाकुर की तलाश एक लंबे अरसे से कर रही है. दिसंबर 2016 को मृतक ठेकेदार अतुल से रंगदारी मांगने के मामले में भी पुलिस को उसकी तलाश थी.
पुलिस ने बनायी विशेष टीम
जानकारी मिलते ही वहां नगर डीएसपी आशीष आनंद,मिठनपुरा थानाध्यक्ष विजय प्रसाद राय,बेला थानाध्यक्ष रामबालक यादव,एसआइटी,एफएसएल टीम व सर्विलांस शाखा के मदन कुमार सिंह अपने दल-बल के साथ पहुंच गये. मौके पर पहुंचते ही सभी पुलिस अधिकारी और पदाधिकारी अपने-अपने स्तर से छानबीन शुरू कर दी. नगर डीएसपी आशीष आनंद के निर्देश पर सरविलांस सेल के मदन कुमार सिंह अपने टीम के साथ उक्त एरिया के मोबाइल टावर को डंप कर घटना के समय वहां संचालित मोबाइल नंबरों का डिटेल खंगालने में जुट गये. वहीं एफएसएल टीम हत्यारों तक पहुंचने के लिए बरामद खोखे,खून के नमूने के साथ ही मौके पर उपस्थित अन्य सामग्रियों को इकठ्ठा करने लगे.
कुख्यात मुकुंद के यहां भी छापेमारी
घटनास्थल पर पूछताछ के बाद नगर डीएसपी आशीष आनंद के निर्देश पर मिठनपुरा थानाध्यक्ष विजय कुमार राय अपनी टीम के साथ मिठनपुरा थाना क्षेत्र के कई स्थानों पर अंजनी ठाकुर और उसके गुर्गों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस उसके खास शागिर्द मुकुंद के यहां भी तीन बार छापेमारी की. लेकिन वह फरार पाया गया.
एक माह पहले जेल से छूटा है मुकुंद
कन्हौली निवासी मुकुंद शातिर अपराधी अंजनी ठाकुर का खास शागिर्द है. अतुल से रंगदारी मांगने में अंजनी ने जिस मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया था उसकी व्यवस्था भी मुकुंद ने ही की थी. 9 दिसंबर को गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में उसने इस बात को स्वीकारा भी था. इसके बाद पुलिस उसे जेल भेज दी थी. एक माह पहले ही वह जेल से जमानत पर छूट कर बाहर आया है. उसके जेल से निकलने के बाद अतुल हत्याकांड में अंजनी गिरोह का हाथ होने की पूरी संभावना जतायी जा रही है.
अतुल से मांगी गयी थी रंगदारी
मृतक प्रणय कुमार उर्फ अतुल शाही मुशहरी प्रखंड के द्वारिका नगर में निर्माणाधीन पावर ग्रिड में पेटी कांट्रेक्टर का काम करता था. पिछले साल 28 नवंबर और एक दिसंबर को उसके मोबाइल नंबर 9199655500 पर 8757530975 से फोन कर दो लाख रुपये की रंगदारी की मांग अंजनी ठाकुर के नाम से की गयी थी. राशि नहीं मिलने पर पिंटू ठाकुर की तरह हत्या करने की धमकी दी गयी थी. इस मामले में प्रणय कुमार के आवेदन पर तत्कालीन थानाध्यक्ष कंचन भास्कर ने तीन दिसंबर को प्राथमिकी दर्ज की थी. अंजनी को सिम उपलब्ध कराने में मुकुल सहित चार की गिरफ्तारी हुई थी.