अमेरिका ने भारत को अहम रक्षा साझेदार के दर्जे की पुष्टि की

नयी दिल्ली : अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने भारत को दिये गये अहम रक्षा सहयोगी के दर्जे की पुन: पुष्टि की और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एच आर मैकमास्टर ने मंगलवारको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोवाल के साथ मुलाकात में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के महत्व पर जोर दिया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 18, 2017 6:44 PM

नयी दिल्ली : अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने भारत को दिये गये अहम रक्षा सहयोगी के दर्जे की पुन: पुष्टि की और अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एच आर मैकमास्टर ने मंगलवारको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोवाल के साथ मुलाकात में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के महत्व पर जोर दिया.

प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान में कहा गया है कि मोदी और मैकमास्टर के बीच बैठक के दौरान इस बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया गया कि भारत और अमेरिका किस प्रकार से आतंकवाद की चुनौतियोंं से निपटने तथा क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और सुरक्षा को आगे बढ़ाने में प्रभावी ढंग से आपस में सहयोग कर सकते हैं. मैकमास्टर की यात्रा को यहां ट्रंप प्रशासन की ओर से पहले शीर्ष अधिकारी के दौरे के रूप में देखा जा रहा है. मैकमास्टर ने प्रधानमंत्री के साथ अफगानिस्तान, पश्चिम एशिया और उत्तर कोरिया समेत विस्तारित क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति के बारे में चर्चा की.

प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के अनुसार, अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने प्रधानमंत्री को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से शुभकामनाएं दीं. इस बैठक में डोवाल के अलावा विदेश सचिव एस जयशंकर और कुछ महत्वपूर्ण अधिकारी शामिल थे. बैठक के बाद यहां अमेरिकी दूतावास ने प्रेस के लिए बयान जारी कर कहा, ‘दोनों पक्षों ने रक्षा और आतंकवाद विरोधी क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने जैसे साझा हितों के मुद्दों के साथ ही विभिन्न द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की.’

बयान में कहा गया, ‘एनएसए मैकमास्टर ने भारत-अमेरिका के सामरिक रिश्तों पर जोर दिया और भारत के एक प्रमुख रक्षा सहयोगी होने की पुष्टि की.’ इसमें बैठकों को ‘सार्थक’ बताया गया.

अमेरिकामें ट्रंप प्रशासन के कार्यभार संभालने के बाद किसी सर्वोच्च अधिकारी के तौर पर वहां के एनएसए का यह पहला दौरा है. अमेरिका के पूर्ववर्ती बराक ओबामा प्रशासन ने पिछले वर्ष दिसंबर में अहम रक्षा साझेदार का दर्जा प्रदान किया था. पीएमओ के बयान में कहा गया है कि मोदी ने ट्रंप के साथ टेलीफोन पर हुई बातचीत को याद किया और इस बात पर जोर दिया कि दोनों पक्ष इस गंठजोड़ को कितना महत्वपूर्ण मानते हैं और भारत-अमेरिका सहयोग को आगे ले जाना चाहते हैं.

अमेरिकी दूतावास ने अपने बयान में कहा, ‘यह दौरा क्षेत्रीय विचार-विमर्श का हिस्सा है जिस दौरान एनएसए काबुल और इस्लामाबाद में भी रुके थे.’ प्रधानमंत्री के साथ अमेरिकी एनएसए की बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने रक्षा और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग समेत अहम द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की. सूत्रों ने कहा कि इससे पहले मैकमास्टर ने डोवाल के साथ भारत-अमेरिका रिश्तों खासतौर पर रक्षा क्षेत्र में सहयोग पर विस्तार से चर्चा की. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पाकिस्तान से होते हुए सोमवार की शाम यहां पहुंचे. पाकिस्तान में उन्होंने वहां के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ एवं अन्य शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की थी.

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