भारत-पाकिस्तान में आपसी तनाव के बीच जिंदल ने की शरीफ से मुलाकात, जानिये आखिर क्यों…?

लाहौर/इस्लामाबाद : सीमा पर चल रहे तनाव के बीच गुरुवार को भारत के दिग्गज कारोबारियों में शुमार सज्जन जिंदल ने गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और भारतीय कारोबार सज्जन जिंदल की यह मुलाकात हिल रिजॉर्ट टाउन मुर्री में हुई है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2017 11:44 AM

लाहौर/इस्लामाबाद : सीमा पर चल रहे तनाव के बीच गुरुवार को भारत के दिग्गज कारोबारियों में शुमार सज्जन जिंदल ने गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और भारतीय कारोबार सज्जन जिंदल की यह मुलाकात हिल रिजॉर्ट टाउन मुर्री में हुई है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री और भारतीय कारोबारी की इस मुलाकात के बाद पड़ोसी देश में यह कयास लगाया जाने लगा है कि इस मुलाकात के बाद भविष्य में पाकिस्तान और भारत के शासकों के बीच आपसी बातचीत की संभावना बढ़ गयी है. बताया यह भी जा रहा है कि भारतीय कारोबारी सज्जन जिंदल ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शरीफ से बिना किसी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के ही मुलाकात की है.

इसे भी पढ़िये : भारत ही नहीं, पाकिस्तान तक पहुंची योगी आदित्यनाथ के फैसलों की धमक, जानिये कैसे…?

पाकिस्तान के प्रमुख अखबारों में शुमार द डॉन ने अपने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और भारतीय कारोबारी सज्जन जिंदल की मुलाकात की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की है. प्रकाशित समाचार में अखबार ने लिखा है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास माने वाले कारोबारी सज्जन जिंदल का पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के साथ भी दोस्ताना संबंध है. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि जिंदल का पाकिस्तान दौरा दोनों देशों के बीच आपस संबंधों को बढ़ावा दे सकता है.

अखबार ने सूत्रों के हवाले से खबर लिखी है कि ऐसा कभी हो ही नहीं सकता कि जिंदल देश की सेना और आम लोगों को बिना किसी पूर्व सूचना दिये या फिर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के पाकिस्तान का दौरा करें. जिंदल के अचानक पाकिस्तान दौरे के बाद उपजे विवाद बाद पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी ने कहा है कि फिलहाल यह पूर्व निर्धारित कूटनीति का हिस्सा था. इसे पूरी तरह खारिज नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सही मायने में आपसी संबंधों को लेकर दोनों देशों के बीच पहले की गयी कूटनीतिक बातचीत का नतीजा भी सामने आने लगा था.

वहीं दूसरी ओर, भारतीय कारोबारी सज्जन जिंदल के दौरे में प्रधानमंत्री शरीफ और जिंदल की मुलाकात को गुप्त रखने पर पाकिस्तान के विरोधी दल के कुछ नेताओं ने अपनी नाराजगी भी जाहिर की है. विपक्षी दलों में प्रमुख पीटीआई ने जिंदल और नवाज शरीफ की मुलाकात को गुप्त रखे जाने को लेकर पंजाब असेंबली में प्रस्ताव पारित कर अपना विरोध जाहिर किया है.

इतना ही नहीं, जिंदल और शरीफ की मुलाकात को लेकर गुरुवार को पाकिस्तान के टीवी चैनलों पर खबर प्रसारित की गयी थी, मगर इस मुलाकात को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी थी. अलबत्ता, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज शरीफ ने ट्विट के जरिये यह जानकारी दी कि "जिंदल प्रधानमंत्री के एक पुराने दोस्त हैं. यह कोई गुप्त मुलाकात नहीं है और न ही इसे लेकर कोई अफवाह ही उड़ाना चाहिए."

अखबार ने मीडिया की खबरों के हवाले से लिखा है कि जिंदल और उनका प्रतिनिधि बुधवार को ही पाकिस्तान के बेनजीर भुट्टो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच गये थे, जहां पर उन्हें प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बेटे हुसैन नवाज, बेटी मरियम नवाज और दामाद राहील मुनीर से स्वागत किया था. इसके बाद प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और जिंदल की मुलाकात मुर्री में रखी गयी. इस स्थान पर प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपने अतिथियों के पास हेलिकॉप्टर से घरियाल ग्राउंड पर उतरे और सरकारी आवास कश्मीर प्वाइंट पर उनके साथ लंच किया. इस समय तक इस छोटी सी मुलाकात को गुप्त रखा गया था और इस बारे में किसी को जानकारी नहीं थी.

पीटीआई ने विरोध में पेश किया प्रस्ताव

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और भारतीय कारोबारी सज्जन जिंदल के इस मुलाकात के खिलाफ में विरोधी दल के नेता मियां महमूदुर रशीद ने पंजाब असेंबली में प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि आधिकारिक प्रोटोकॉल के तहत जिंदल के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मुर्री में रखा गया था. उन्होंने आशंका जाहिर करते हुए कहा कि इस मुलाकात में संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा की गयी है और सरकार की ओर से इसे गुप्त रखे जाने की कोशिश की गयी है.

अपने प्रस्ताव में राशीद ने यह भी कहा है कि यह मुलाकात ऐसे समय में की गयी है, जब दोनों देशों के बीच के आपसी रिश्तों में तनाव का माहौल बना है और जब कश्मीर से सेना को हटाये जाने की मांग तेजी से की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि एक मिलिट्री ट्रिब्यूनल द्वारा कुलभूषण जाधव की मौत की सजा दिये जाने के बाद नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी भी की गयी है.

अपने प्रस्ताव में राशीद ने प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे माहौल में नरेंद्र मोदी ने गुप्त तरीके से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ सज्जन जिंदल की मुलाकात लोगों में दोनों देशों के बीच दोस्ताना संदेश देने के लिए करवाया है. विपक्ष के नेता ने कहा कि इस माहौल में जिंदल पाकिस्तान आये और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की.

विपक्ष ने नवाज शरीफ को ही कटघरे में किया खड़ा

पंजाब असेंबली में दिये गये प्रस्ताव में विपक्ष के नेता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को एक आरोपी घोषित किया है. उन्होंने कहा कि मामले को देखते हुए हर दिन देश में राज्यों और समाज के प्राय: सभी लोगों ने प्रधानमंत्री शरीफ से इस्तीफे की मांग की थी. संयुक्त जांच दल के द्वारा पानामा गेट घोटाला मामले में अंतरिम रिपोर्ट दिये जाने के बावजूद प्रधानमंत्री शरीफ अपने पद पर बने हुए हैं.
पीटीआई एमएनए के नेता इस्लामाबाद में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आखिर प्रधानमंत्री ने दिग्गज भारतीय स्टील कारोबारी जिंदल से मुलाकात क्यों की, जबकि अभी हमारे पूर्वी पड़ोसी देश में तनाव बना हुआ है? उन्होंने दावा किया कि उनकी पार्टी नेशनल असेंबली में भी इस मसले को उठायेगी.

Next Article

Exit mobile version