प्राकृतिक रंगों से खेलें होली

रांची: रंग व गुलाल का त्योहार होली आपसी प्रेम एवं सौहार्द का पर्व है. रंग में सराबोर होकर लोग एक-दूसरे के बीच दूरियों को भुला देते हैं. एक-दूसरे को रंग व गुलाल लगायें, लेकिन शरीर को बचा कर. रंग व गुलाल त्वचा एवं आंखों को कई बार हानी पहुंचाते हैं, इसलिए रंगों का चुनाव सोच-समझ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2014 12:01 PM

रांची: रंग व गुलाल का त्योहार होली आपसी प्रेम एवं सौहार्द का पर्व है. रंग में सराबोर होकर लोग एक-दूसरे के बीच दूरियों को भुला देते हैं. एक-दूसरे को रंग व गुलाल लगायें, लेकिन शरीर को बचा कर. रंग व गुलाल त्वचा एवं आंखों को कई बार हानी पहुंचाते हैं, इसलिए रंगों का चुनाव सोच-समझ कर करें. रंगों के दुष्प्रभाव से अपने को बचाने के लिए हमेशा इको फ्रेंडली रंग एवं अबीर का ही इस्तेमाल करें.

बाजार में केमिकल रंगों की भरमार है, इसलिए आपको संभलना चाहिए. प्रभात खबर अपने पाठकों को रंग के दुष्प्रभाव से अपने को बचाने की जानकारी दे रहा है.

आंख में जब रंग पड़ जाये तो क्या करें

आंख में रंग पड़ने पर तुरंत ठंडे पानी से आंख धोयें

आंखों को रगड़ें नहीं.

अपने से किसी प्रकार की दवा आंख में नहीं डाले

तुरंत चिकित्सक से मिले

डॉ राहुल कुमार, नेत्र रोग विशेषज्ञ

त्वचा पर रंग का दुष्प्रभाव हो तो क्या करें

होली में गुलाल का ही प्रयोग करें, इससे संक्रमण नहीं होगा.

एलर्जी होने पर साफ पानी से त्वचा को धोयें

एलर्जी हो जाने पर वहां रगड़े नहीं

त्न चिकित्सक से तुरंत परामर्श लें

डॉ प्रभात कुमार, त्वचा रोग विशेषज्ञ

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