जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका के डरबन शहर में फास्ट फूड स्टोर चलानेवाला दक्षिण अफ्रीकी-भारतीय मूल का मालिक अपने रेस्टोरेंट परिसर में स्थित शौचालय का इस्तेमाल करने पर लोगों से 20 रैंड शुल्क वसूलने के विवाद में फंस गया है.
जॉली गु्रबर रेस्टोरेंट के मालिक जुनैद मूला ने एक बयान जारी कर कहा है कि 20 रैंड (95 रुपये) वसूलने का उद्देश्य ऐसे लोगों को यहां से दूर रखना है, जो यहां से भोजन खरीदनेवाले ग्राहकों के लिए उपलब्ध नि:शुल्क सुविधाओं का दुरुपयोग करते हैं.
एक ग्राहक रजा खान ने फेसबुक पर एक रसीद डाली थी. उसने बताया गया था कि शौचालय सुविधा के लिए उन्हें 40 रैंड का शुल्क अदा करना पड़ा. खान ने लिखा, ‘मेरे भाई ने उनसे पूछा कि क्या हम शौचालय इस्तेमाल करने के लिए शीतल पेय खरीद सकते हैं, जिस पर उन्होंने मना कर दिया. शौचालय इस्तेमाल करना काफी महंगा साबित हुआ.’
रेस्टोरेंट के बाहर लिखा है, ‘शौचालय का इस्तेमाल केवल यहां के ग्राहक कर सकते हैं. पेय पदार्थ खरीदने से आप इन सुविधाओं का इस्तेमाल करने के लिए योग्य नहीं हो जाते. इस सुविधा का बगैर इजाजत इस्तेमाल गैरकानूनी, गलत, चोरी और हराम है.’
आगे लिखा है, ‘यह सार्वजनिक शौचालय नहीं है. इस सेवा का इस्तेमाल करने के लिए प्रति व्यक्ति शुल्क 20 रैंड है.’ हालांकि, इस रेस्टोरेंट में एक नमाज रूम है, जिसका लोग नमाज अदा करने के लिए नि:शुल्क इस्तेमाल कर सकते हैं.