मदर्स डे स्पेशल: मां की ममता को दर्शाती है बॉलीवुड की ये 5 फिल्में, वीडियो
रोमांस और स्पोर्ट्स के अलावा हिंदी सिनेमा जगत में सब्जेक्ट सबसे ज्यादा पॉपुलर रहा है वो है ‘मां’. अपने बच्चों के लिए एक मां के प्यार को फिल्मों में अलग-अलग तरीके से बखूबी दर्शाया गया है. ऐसी ही एक फिल्म थी ’मदर इंडिया’ जिसमें नरगिस ने राधा का किरदार निभाया था जो एक लालची साहूकार […]
रोमांस और स्पोर्ट्स के अलावा हिंदी सिनेमा जगत में सब्जेक्ट सबसे ज्यादा पॉपुलर रहा है वो है ‘मां’. अपने बच्चों के लिए एक मां के प्यार को फिल्मों में अलग-अलग तरीके से बखूबी दर्शाया गया है. ऐसी ही एक फिल्म थी ’मदर इंडिया’ जिसमें नरगिस ने राधा का किरदार निभाया था जो एक लालची साहूकार के खिलाफ जाकर अपने बच्चों की परवरिश के लिए संघर्ष करती है. नरगिस दत्त की शानदार अदाकारी ने सभी पुरानी मान्याताओं को ध्वस्त कर आने वाली पीढी के लिए एक नया रास्ता खोला.
कई बाधाओं के बावजूद वो अपनी पवित्रता का बलिदान देने से मना करती है. यह फिल्म नरगिस की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक मानी जाती है. फिल्म में उनके एक मां के किरदार को बेहद सराहा गया. नरगिस को आज भी इस फिल्म के लिए याद किया जाता है. कहा जाता है कि अगर आपने ‘मदर इंडिया‘ नहीं देखी तो हिंदी फिल्में नहीं देखी. मदर्स डे के मौके पर जानें बॉलीवुड की ऐसी ही 5 फिल्मों के बारे में…
दीवार: साल 1975 की सुपरहिट फिल्म ‘दीवार’ तो आपको याद होगी ही. फिल्म निरुपा राय के किरदार को आज भी याद किया जाता है. फिल्म का एक डायलॉग ‘मेरे पास मां है’ आज भी लोगों की जुबान पर है. फिल्म ऐसी मां की कहानी थी जो अकेले अपने दोनों बेटो की परवरिश करती है. एक बेटे को तो अच्छे संस्कार देकर पुलिस अफसर बना देती है, लेकिन उसका दूसरा बेटा क्राइम के रास्ते पर चलकर डॉन बनता है. ऐसे में दोनों भाइयों के उसूलों के बीच की लड़ाई में अकेली मां पिसती है. इस फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद किया था. फिल्म में निरुपा राय के दोनों बेटो का किरदार अमिताभ बच्चन और शशि कपूर ने मुख्य भूमिका निभाई थी.
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करण-अर्जुन: साल 1995 में आई फिल्म ‘करण अर्जुन’ में अभिनेत्री राखी ने एक ऐसी मां का किरदार नि भाया था जिसे अपनी ममता पर इतना विश्वास होता है कि उसके मरे हुए दोनों बेटे पुर्नजन्म लेकर वापस आयेंगे और ठाकुर से बदला लेंगे. अस फिल्म का डायलॉग ‘मेरे करण अर्जुन आयेंगे’ आज भी याद किया जाता है. फिल्म में सलमान खान और शाहरुख खान ने मुख्य भूमिका निभाई थी. बताया जाता है कि फिल्म लगभग 75 हफ्तों तक सिनेमाघरों में लगी रही थी. इस फिल्म का गाना ‘ये बंधन तो प्यार का बंधन है’ मां को ही समर्पित था.
निल बटे सन्नाटा: साल 2016 में आई अय्यर तिवारी की फिल्म ‘निल बटे सन्नाटा’ में अभिनेत्री स्वरा भास्कर लीड रोल में नजर आई. फिल्म में स्वरा ने एक विधवा मां का किरदरा नि भाया था जो दिन-रात एक कामवाली के तौर पर काम करती है ताकि अपनी बेटी (रिया शुक्ला) को पढ़ा-लिखाकर एक अच्छा भविष्य दे सके. फिल्म में उनके संघर्ष को दिखाया गया है.
मातृ: इसी साल रिलीज हुई फिल्म ‘मातृ’ एक मां के बदले की कहानी है, जिसकी बेटी का बलात्कार उसकी आंखों के सामने हो जाता है. जिसके बाद वह अपनी भावनाओं को संभालती हुई, पारिवारिक समस्याओं से जूझती हुई और सिस्टम से लोहा लेते हुए एक मां किस तरह सत्ता में बैठे दबंगों को बदले की आग में भस्म कर देती है यही फिल्म ‘मातृ’ की कहानी है. फिल्म में रवीना टंडन ने साहसी मां का किरदार निभाया है.