ट्रंप ने रुस के साथ साझा की संवेदनशील जानकारी

वाशिंगटन : अमेरिका के दैनिक समाचार पत्र ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ ने आरोप लगाया है कि देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रुस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ पिछले सप्ताह व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान उनसे अत्यंत खुफिया जानकारी साझा की. अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दोनों ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2017 9:48 AM

वाशिंगटन : अमेरिका के दैनिक समाचार पत्र ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ ने आरोप लगाया है कि देश के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रुस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ पिछले सप्ताह व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान उनसे अत्यंत खुफिया जानकारी साझा की. अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार दोनों ने इस समाचार रिपोर्ट को तत्काल खारिज करते हुए कहा कि रुस के साथ ऐसी कोई चर्चा नहीं की गई जिससे कोई खतरा हो.

‘द वाशिंगटन पोस्ट’ ने मामले की जानकारी रखने वाले एक अज्ञात अमेरिकी अधिकारी के हवाले से कहा, ‘‘यह जानकारी कूटभाषा में थी.” समाचार पत्र ने कहा कि कूट शब्द या संकेत शब्द में दी गई जानकारी एक ऐसी शब्दावली है जिसका इस्तेमाल अमेरिकी खुफिया एजेंसियां अत्यंत खुफिया स्तरों पर करती हैं. समाचार पत्र ने कहा कि ‘‘हमने अपने सहयोगियों के साथ जो जानकारी साझा की है,” ट्रंप ने ‘‘रुसी राजदूत को उससे भी अधिक जानकारी दी.” इसके कारण अमेरिकी अधिकारी क्षति नियंत्रण की कोशिश करने में जुट गये हैं. उसने कहा कि यह संवेदनशील सूचना अमेरिका के एक सहयोगी ने अमेरिका को दी थी और उस सहयोगी ने यह सूचना रुस के साथ साझा करने की अनुमति नहीं दी थी. हालांकि ट्रंप प्रशासन ने इन आरोपों का खंडन किया है.
टिलरसन ने कहा, ‘‘विदेश मंत्री लावरोव के साथ राष्ट्रपति ट्रंप की बैठक में आतंकवाद के खिलाफ साझे प्रयासों एवं खतरों समेत कई विषयों पर चर्चा की गई.” उन्होंने कहा, ‘‘इस वार्ता के दौरान विशेष खतरों की प्रकृति पर चर्चा की गई लेकिन उन्होंने सूत्रों, तरीकों या सैन्य अभियानों पर बातचीत नहीं की.” बैठक में शामिल होने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एच आर मैकमास्टर ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति एवं रुसी विदेश मंत्री ने आतंकवादी संगठनों से पैदा होने वाले साझा खतरों की समीक्षा की. उन्होंने कहा, ‘‘इस दौरान किसी खुफिया स्रोत या तरीके पर कोई चर्चा नहीं की गई और ऐसे किसी सैन्य अभियान की जानकारी नहीं दी गई जो सार्वजनिक रुप से पहले से पता नहीं हो.”
राष्ट्रीय सुरक्षा उप सलाहकार (रणनीति) दीना पावेल ने कहा, ‘‘यह कहानी झूठी है. राष्ट्रपति ने दोनों देशों के सामने मौजूद साझा खतरों पर ही चर्चा की.” मैकमास्टर ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति एवं विदेश मंत्री ने नागर विमानन को खतरे समेत दोनों देशों के सामने मौजूद साझा खतरों पर चर्चा की.” डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता नैंसी पेलोसी ने एक बयान में कहा कि यदि समाचार रिपोर्ट सही हैं तो ट्रंप ने आईएसआईएस के खिलाफ ‘‘सूचना एकत्र करने के एक अहम स्रोत के साथ समझौता किया है” और अमेरिकी लोगों की सुरक्षा को खतरे में डाला है.

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