इस्लामाबाद : पाकिस्तान आईसीजे में भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के खिलाफ अपना मामला जोरदार तरीके से प्रस्तुत करने के लिए वकीलों की नयी टीम का गठन करेगा. यह बात प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार ने शुक्रवार को कही क्योंकि इस मामले से निपटने के तरीके को लेकर सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है.
सरताज अजीज ने यह घोषणा अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में सरकार जिस तरीके से मामले से निपटी उसकी विशेषज्ञों और विपक्ष के नेताओं द्वारा की जा रही आलोचना के बीच की.
हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत ने कुलभूषण जाधव की फांसी पर मामले में अंतिम फैसला सुनाये जाने तक कल रोक लगा दी थी. जाधव को पाकिस्तान जासूस मानता है. संयुक्त राष्ट्र के सर्वोच्च न्यायिक निकाय ने पाकिस्तान से इस बात को सुनिश्चित करने के लिए वो सारे कदम उठाने को कहा था कि जाधव को तब तक फांसी नहीं दी जाए जब तक कि वह इस मुद्दे पर अपना अंतिम फैसला नहीं सुना देता.
इस फैसले को लेकर पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की मामले से खराब तरीके से निपटने और आईसीजे के समक्ष पाकिस्तान के मामले की पैरवी करने के लिए ब्रिटेन में रहने वाले खवार कुरैशी को चुनने के लिए आलोचना होने लगी.
‘द नेशन’ की रिपोर्ट के अनुसार अजीज ने हालांकि कहा कि कुरैशी ने अदालत में पाकिस्तान के मामले को ‘साहसिक’ तरीके से पेश किया. उन्होंने कहा कि आईसीजे ने जाधव के मामले में वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों को उससे संपर्क करने पर अपनी राय दी.
अखबार के अनुसार अजीज ने कहा, ‘पाकिस्तान की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है और हमें अपना मौलिक संप्रभु अधिकार कायम रखना है.’