रांची: सरकार गठन में अहम रोल निभानेवाले राजद की चुनावी गंठबंधन में नहीं सुनी गयी. 14 सीटों वाले झारखंड में राजद को केवल एक लोकसभा सीट से प्रत्याशी उतारने पर सहमति बनानी पड़ी. झारखंड में पहले तीन (पलामू, चतरा और कोडरमा), फिर दो (पलामू और चतरा) सीटों पर दावा कर रहे राजद की एक सीट पर ही चल सकी. अब चतरा सीट पर कांग्रेस द्वारा धीरज साहू को प्रत्याशी बनाने के बाद राजद बैकफुट पर है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह कहते हैं कि गंठबंधन धर्म में सबकी सुनी जाती है. सांप्रदायिक शक्तियों को रोकने की बात है. राजद पलामू सीट पर चुनाव लड़ेगा. जल्द ही उम्मीदवार की घोषणा होगी.
राजद का चतरा सीट पर भी दावा था. चतरा से झारखंड में मंत्री अन्नपूर्णा देवी राजद की संभावित उम्मीदवार थीं. इधर, कांग्रेस कोटे से राज्यसभा के सांसद धीरज साहू काफी समय से चतरा के चुनावी दंगल में उतरने की तैयारी कर रहे थे.
दो-ढ़ाई वर्षो से वह राज्यसभा छोड़ कर लोकसभा पहुंचने का रास्ता बना रहे थे. श्री साहू कांग्रेस आलाकमान तक स्वयं को चतरा सीट के लिए बेहतर उम्मीवार होने का विश्वास दिला चुके थे. राजद के कारण मामला फंसता देख श्री साहू ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को मनाया. राजद प्रत्याशी प्रेमचंद गुप्ता को राज्यसभा भेजने में कांग्रेस की भूमिका याद दिलायी. अंत में राजद ने चतरा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन देते हुए चुनाव नहीं लड़ने पर सहमति जता दी. अब राजद के कोटे में पलामू इकलौती सीट है. कभी राजद का गढ़ रही पलामू सीट को पिछले चुनाव में झामुमो सांसद कामेश्वर बैठा ने छीन लिया था. राज्य में राजद के सहयोग से सरकार चला रहे झामुमो ने गंठबंधन धर्म निभाते हुए पलामू पर राजद की दावेदारी मान ली. पलामू से मनोज भुइयां राजद के प्रत्याशी बताये जाते हैं. यह सीट हासिल करने के लिए राजद ताकत झोंकेगा.