झारखंड. मतलब, जंगल, पहाड़ियां, चट्टानों के बीच से उन्मुक्त बहती नदियां, ऊंचाई से मनोरम छटा बिखरते जलप्रपात और पक्षियों का कलरव. ये पहचान है इस राज्य की. वैसे तो यहां बहुत सारे प्राकृतिक, धार्मिक और एतिहासिक स्थल हैं जहां आप पर्यटन के लिए जा सकते हैं. इन दिनों रंगत बिखेर रहा है पतरातू के फुलवा कोचा का झरना. फुलवा कोचा का पलानी झरना पतरातू डैम से 4 किमी दूर है.
Posted By- Suraj Thakur