आजादी के 75 साल बाद भी घाघरा प्रखंड के दीरगांव पुरनाडीह गांव की तस्वीर नहीं बदली तकदीर नहीं बदली है. गुमला जिले के इस गांव में न तो चलने लायक सड़क है. ना पीने के लिए साफ पानी ना घर में बिजली की रौशानी ना बीमार पड़ने पर दवा.
यहां आज भी बीमारी में इलाज के लिए जंगली जड़ी बूटी काम आ रही है. गांव के आसपास कई झोलाछाप डॉक्टर भी हैं जिनका बाजार चल रहा है. पूरा गुमला जिला ओडीएफ घोषित हो गया लेकिन पुरनाडीह गांव में किसी के घर में शौचालय नहीं है.