प्रभात खबर जमशेदपुर की 27वीं वर्षगांठ
स्वर्णरेखा और खरकई नदियों के बीच साकची गांव में जमशेदजी टाटा ने टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी की स्थापना की. ये गांव एक औद्योगिक शहर जमशेदपुर के तौर पर बस गया. जमशेदपुर में स्कूल खुले, कॉलेज खुले, कंपनियां तो थी ही. इसलिये हर तबके और आयु वर्ग के लोग यहां के बाशिंदे बन गये. यही इस शहर की विशेषता भी है.
स्वर्णरेखा और खरकई नदियों के बीच साकची गांव में जमशेदजी टाटा ने टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी की स्थापना की. ये गांव एक औद्योगिक शहर जमशेदपुर के तौर पर बस गया. जमशेदपुर में स्कूल खुले, कॉलेज खुले, कंपनियां तो थी ही.
इसलिये हर तबके और आयु वर्ग के लोग यहां के बाशिंदे बन गये. यही इस शहर की विशेषता भी है. इस शहर में 8 सितंबर 1995 को प्रभात खबर ने अखबार नहीं आंदोलन की टैगलाइन के साथ प्रवेश किया. लोगों का मिजाज समझा, उनके मुद्दे समझे, उनकी पसंद और नापसंद समझी और खबरों में उसे पर्याप्त जगह दी. यही वजह है कि कुछ ही सालों में प्रभात खबर जमशेदपुर के लोगों की पहली पसंद बन गया.