झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) वर्ल्ड बैंक की मदद से जून के पहले हफ्ते से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की योजना शुरू कर सकता है. योजना के पहले चरण में रांची के मेन रोड व अपर बाजार इलाके में करीब 30 हजार कॉमर्शियल उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की तैयारी है.
यह व्यवस्था लागू होने के बाद विभाग को घर-घर जाकर मैन्युअल बिजली बिल तैयार करने के झंझट से मुक्ति मिल जायेगी. वहीं, इस नयी व्यवस्था का इंतजार उपभोक्ताओं को भी है. उन्हें समय पर बिजली का बिल मिल पायेगा. साथ ही वे सरकार की ओर से मिलनेवाली सब्सिडी का लाभ भी ले सकेंगे.
स्मार्ट प्रीपेड मीटर बिल्कुल प्रीपेड मोबाइल की तरह ही होगा. उपभोक्ता उतनी ही यूनिट बिजली का उपभोग कर पायेंगे, जितने का रिचार्ज करायेंगे. स्मार्ट प्रीपेड मीटर में लगा चिप जेबीवीएनएल मुख्यालय के सर्वर से जुड़ा होगा, जो लगातार यह अपडेट करता रहेगा कि उपभोक्ता कितनी बिजली की खपत कर रहे हैं.
महीने का बिल तैयार करने के लिए विभाग के कर्मचारी को उपभोक्ता के घर जा कर मीटर की रीडिंग नहीं लेनी पड़ेगी. बिलिंग साइकिल वाली रात 12:00 बजे संबंधित उपभोक्ता के खपत के आधार पर सर्वर से स्वत: बिल जेनरेट हो जायेगा. यह बिल हर महीने की निश्चित तिथि को उपभोक्ताओं के ई-मेल या व्हाट्सऐप नंबर पर भेज दिया जायेगा.