मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब कोल्हान यात्रा पर आए थे तो उन्होंने कहा था कि सरकार जो चाहेगी वही करेगी. लेकिन जब आप संविधान की बात करते हैं तो अपको यह भी पता होना चाहिए कि संविधान की सातवीं अनुसूची में सरकार को यह अधिकार है. जब आपके पास अधिकार है तो मामले को उलझा कर झारखंडी युवकों को नौकरी से वंचित क्यों कर रहे हैं? उक्त बातें पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार को जमशेदपुर में प्रेस वार्ता के दौरान कही.
रघुवर दास ने हेमंत सोरेन पर हमला करते हुए कहा कि अगर आपका बनाया गया कानून सही है तो मैं उन्हें यह चुनौती देता हूं कि कल से ही 1932 का खतियान और 27 प्रतिशत आरक्षण लागू करें. उन्होंने आगे कहा कि अगर इसके बाद कोई कानूनी पचड़ा होता है तो राज्य के बेरोजगार युवकों, आदिवासी और पिछड़े युवकों के लिए करोड़ों रूपये का वकील रखिए और कानूनी लड़ाई लड़िए.
रघुवर दास बोले – खतियानी जोहार यात्रा महज एक ढोंग
खतियानी जोहार यात्रा पर तंज कसते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कहते हैं कि खतियानी जोहार यात्रा महज एक ढोंग है. दरअसल सरकार अपनी नकामायाबी को छुपाने के लिए ये यात्रा कर रही है. हेमंत सरकार लोगों को गुमराह करने का काम कर ही है. इसपर मैं उनसे कहना चाहता हूं कि काठ की हांडी एक ही बार चढ़ती है बार-बार नहीं. खतियान से यहां के लोगों को वंचित कर जोहार यात्रा निकालना यहां के लोगों का मजाक उड़ाना ही है.
राज्य में तीन वर्षों में भ्रष्टाचार, लूट और अपराध के नये रिकॉर्ड बने
राज्य सरकार के तीन साल पूरे होने पर रघुवर दास ने कहा कि राज्य सरकार आज घोषणा कर रही है कि तीन साल बेमिसाल लेकिन ये बेमिसाल नहीं झारखंड की जनता बेहाल है. इन तीन वर्षों में भ्रष्टाचार, लूट और अपराध के नए रिकॉर्ड बने हैं. राज्य में जब-जब जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी की सरकार स्थापित हुई है तब-तब ऐसा ही हुआ है. कहा जाता हैं न चोर-चोर मौसेरे भाई.