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बढ़ता जा रहा है संक्रमण का खतरा कल के मुकाबले 6.7 प्रतिशत ज्यादा संक्रमण के मामले

राजस्व में बढ़ोतरी के लिए रांची विद्युत एरिया में बिजली बिल वसूली टीम गठित की गयी है. रांची एरिया बोर्ड के पांच प्रमंडल रांची (केंद्रीय), कोकर, डोरंडा, रांची (पूर्वी), न्यू कैपिटल और रांची (पश्चिमी) के लिए टीक का गठन किया गया है. वसूली के लिए कुल 70 टीमें बनायी गयी हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2022 8:37 PM

बढ़ता जा रहा है संक्रमण का खतरा कल के मुकाबले 6.7 प्रतिशत ज्यादा संक्रमण के मामले

देश में कोरोना के मामले बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में देश में 2.64 लाख से ज्यादा (2,64,202) मामले सामने आए.यह संख्या गुरुवार के मुकाबले 6.7 प्रतिशत ज्यादा है. गुरुवार को 2.47 लाख(2,47,417) मामले सामने आए थे. देश में कोरोना सक्रिय मामलों की संख्या सक्रिय 12,72,073 हो गई है।डेली पाजिटिविटी रेट बढ़कर 14.78% हो गया है. देश में ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमितों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को कोरोना के नए वैरिएंट से संक्रमित होने वालों की संख्या बढ़कर 5753 पहुंच गई. कोरोना से मौतों का आंकड़ा भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा जानकारी के अनुसार, बीते 24 घंटे में कोरोना से 315 लोगों की मौत हो गई.

दिल्ली में आज कोरोना के 28,867 मरीज सामने आए हैं. स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने बताया कि हाल ही में कोरोना से हुई मौतो में 75 प्रतिशत ने कोरोना का टीका नहीं लगवाया था. उन्होंने बताया कि दिल्ली के अस्पतालों में अभी भी 13 हजार से ज्यादा बेड खाली हैं।. दिल्ली में आज कोविड के 25,000 से कम मामले आने की उम्मीद है. अस्पतालों में लोगों के भर्ती होने की संख्या स्थिर हो रही है. जितनी भी मृत्यु हुईं हैं उन में लोगों को पहले से कोई बिमारी रही थी.

श में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे है. इस बीच यूएन की वर्ल्ड इकोनॉमिक सिचुएशन एंड प्रोसपेक्ट्स (WESP) 2022 की रिपोर्ट ने चिंता में डाल दिया है. रिपोर्ट के अनुसार Omicron वैरिएंट की वजह से संक्रमण की नई लहरें आ रही हैं और अर्थव्यवस्थाओं पर इसका असर नजर आ सकता है.संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में अप्रैल और जून 2021 के बीच कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप की घातक लहर में 2,40,000 लोगों की मौत हो गई थी तथा आर्थिक सुधार बाधित हुआ था और निकट समय में भी इसी तरह के हालात उत्पन्न हो सकते हैं.

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