Russia Covid Vaccine: SputnikV से कोरोना वायरस को मात, दुनिया को मिली पहली वैक्सीन
लंबे इंतजार के बाद दुनिया को कोरोना की वैक्सीन मिल गयी है. वैक्सीन को रूस ने बनाया है. वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, दवा निर्माता फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने बनाया है. इसे रसियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड मदद कर रहा है. अब रसियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (RDIF) ने कोरोना वैक्सीन को लेकर एक वेबसाइट लॉन्च की है. वैक्सीन का नाम SputnikV है. स्पूतनिक दुनिया का पहला सैटेलाइट था. जिसे सोवियत संघ ने 1957 में लॉन्च किया था. इसी सैटेलाइट के नाम पर वैक्सीन का नाम स्पूतनिक रखा गया है. वैक्सीन की वेबसाइट sputnikvaccine.com है.
लंबे इंतजार के बाद दुनिया को कोरोना की वैक्सीन मिल गयी है. वैक्सीन को रूस ने बनाया है. वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, दवा निर्माता फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने बनाया है. इसे रसियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड मदद कर रहा है. अब रसियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड (RDIF) ने कोरोना वैक्सीन को लेकर एक वेबसाइट लॉन्च की है. वैक्सीन का नाम SputnikV है. स्पूतनिक दुनिया का पहला सैटेलाइट था. जिसे सोवियत संघ ने 1957 में लॉन्च किया था. सैटेलाइट के नाम पर वैक्सीन का नाम स्पूतनिक रखा गया है. वैक्सीन की वेबसाइट sputnikvaccine.com है. वैक्सीन के फेज-3 का ट्रायल शुरू होने से पहले ही रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दी है. बता दें फेज-3 में बड़ी संख्या में लोगों पर ट्रायल किया जाता है. फेज-3 के सफल ट्रायल के बाद ही किसी भी वैक्सीन को पब्लिक यूज के लिए मंजूरी दी जाती है. बड़ा सवाल यह है कि वैक्सीन के फेज-3 का ट्रायल भारत समेय दुनिया में होगा या नहीं. वैक्सीन से जुड़ी वेबसाइट में बताया गया है कि फेज-3 के क्लीनिकल ट्रायल भारत समेत दुनिया के बाकी मुल्कों में किए जाएंगे. भारत में फिलहाल स्वदेशी कोरोना वैक्सीन के साथ ही ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन पर भी ट्रायल चल रहा है.