सावन के तीसरे सोमवार पर बना शुभ संयोग, मंगलकामनाओं को पूरा करने में सहायक
तीसरे सोमवार को सोमवती अमावस्या भी है. इसे हरियाली अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. इस वर्ष की अमावस्या तिथि को सोमवार और पुनर्वसु नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है. यह सद्कामनाओं को पूरा करने में सहायक है. इस तिथि पर भगवान शिव, श्रीहरि विष्णु और पीपल वृक्ष की 108 परिक्रमा का विशेष महत्व है. श्रावण अमावस्या तिथि रविवार, 19 जुलाई को अर्द्धरात्रि से लग चुकी है जो 20 जुलाई को रात्रि 11. 03 बजे तक रहेगी. सोमवार को पूरे दिन अमावस्या तिथि और पुनर्वसु नक्षत्र का संयोग रहेगा. जिन्हें पितृदोष हो, उन्हें अमावस्या को विधि-विधानपूर्वक शांति करानी चाहिए. सोमवती अमावस्या पर पीपल वृक्ष की पूजा-अर्चना से सुख-समृद्धि, खुशहाली मिलती है.
तीसरे सोमवार को सोमवती अमावस्या भी है. इसे हरियाली अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है. इस वर्ष की अमावस्या तिथि को सोमवार और पुनर्वसु नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है. यह सद्कामनाओं को पूरा करने में सहायक है. इस तिथि पर भगवान शिव, श्रीहरि विष्णु और पीपल वृक्ष की 108 परिक्रमा का विशेष महत्व है. श्रावण अमावस्या तिथि रविवार, 19 जुलाई को अर्द्धरात्रि से लग चुकी है जो 20 जुलाई को रात्रि 11. 03 बजे तक रहेगी. सोमवार को पूरे दिन अमावस्या तिथि और पुनर्वसु नक्षत्र का संयोग रहेगा. जिन्हें पितृदोष हो, उन्हें अमावस्या को विधि-विधानपूर्वक शांति करानी चाहिए. सोमवती अमावस्या पर पीपल वृक्ष की पूजा-अर्चना से सुख-समृद्धि, खुशहाली मिलती है.