स्वच्छ सर्वेक्षण में बिहार की राजधानी पटना की लंबी छलांग, 2021 में टॉप-50 में लाने का लक्ष्य
बिहार की राजधानी पटना ने स्वच्छता सर्वेक्षण में लंबी छलांग लगायी है. गुरुवार को केंद्र सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणामों की घोषणा की. इसमें बिहार के पटना जिले ने भी स्वच्छता में अपना स्थान बनाया है. बिहार के लिए बड़ी बात यह है कि पूर्वी भारत में पटना का 47वां रैंक है, जबकि, देश भर में 105 वां रैंक. खास बात यह है कि स्वच्छ सर्वेक्षण में एक बार फिर इंदौर शहर ने बाजी मारी है. इंदौर ने लगातार चौथी बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब हासिल किया है. केंद्र सरकार की ओर से जारी स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में इंदौर टॉप पर है.
बिहार की राजधानी पटना ने स्वच्छता सर्वेक्षण में लंबी छलांग लगायी है. गुरुवार को केंद्र सरकार ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के परिणामों की घोषणा की. इसमें बिहार के पटना जिले ने भी स्वच्छता में अपना स्थान बनाया है. बिहार के लिए बड़ी बात यह है कि पूर्वी भारत में पटना का 47वां रैंक है, जबकि, देश भर में 105 वां रैंक. खास बात यह है कि स्वच्छ सर्वेक्षण में एक बार फिर इंदौर शहर ने बाजी मारी है. इंदौर ने लगातार चौथी बार सबसे स्वच्छ शहर का खिताब हासिल किया है. केंद्र सरकार की ओर से जारी स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में इंदौर टॉप पर है. गुजरात का सूरत शहर दूसरे स्थान पर काबिज है. सर्वेक्षण के पहले संस्करण में भारत में सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मैसूर ने हासिल किया था. इसके बाद इंदौर लगातार तीन साल तक शीर्ष स्थान पर रहा है. इस साल भी इंदौर ने बाजी मारकर लगातार चौथे साल टॉप पर रहने का तमगा हासिल किया है. बताते चलें नगर निगम ने 2021 में पटना को देश के टॉप 50 स्वच्छ शहर में लाने का लक्ष्य तय किया है. इस साल पटना ने शानदार प्रदर्शन किया है. पिछले साल पटना ने देशभर में 318वां और 2018 में 309वां रैंक हासिल किया था. इस लिहाज से पटना भले ही दूसरे शहरों से मुकाबला नहीं कर सका, पटना का प्रदर्शन शानदार है. उम्मीद जगी है आने वाले दिनों में पटना देश के टॉप 50 सबसे स्वच्छ शहर में शामिल होकर रहेगा.