महाजाम से मिलेगी मुक्ति, पटना के महात्मा गांधी सेतु का पश्चिमी लेन तैयार, 31 जुलाई को उद्घाटन !
बिहार की राजधानी पटना और महात्मा गांधी सेतु. महात्मा गांधी सेतु अमूमन जाम और महाजाम जैसे शब्दों से खबरों में रहता है. यह अब बीते दिनों की बात होने वाली है. उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु पर जीर्णोद्धार के बाद आवागमन शुरू होने वाला है. खबर है कि केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी 31 जुलाई को पुल का उद्घाटन कर सकते हैं.
बिहार की राजधानी पटना और महात्मा गांधी सेतु. महात्मा गांधी सेतु अमूमन जाम और महाजाम जैसे शब्दों से खबरों में रहता है. यह अब बीते दिनों की बात होने वाली है. उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाले महात्मा गांधी सेतु पर जीर्णोद्धार के बाद आवागमन शुरू होने वाला है. खबर है कि केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी 31 जुलाई को पुल का उद्घाटन कर सकते हैं. दरअसल, केंद्र सरकार ने बिहार सरकरा को प्रस्ताव भेजकर 31 जुलाई को महात्मा गांधी सेतु के पश्चिमी लेन के उद्घाटन की बात कही है. देश के साथ ही बिहार में कोरोना संकट जारी है. बिहार में तो कोरोना संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन है. माना जा रहा है कि सबकुछ ठीक रहा तो 31 जुलाई को महात्मा गांधी सेतु के नवनिर्मित पश्चिमी लेन का उद्घाटन हो सकता है. बड़ी बात यह है कि महात्मा गांधी सेतु ने नये सिरे से मरम्मत करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के बीच 2014 में सहमति बनी थी. मरम्मत में करीब 1400 करोड़ खर्च हो रहे हैं. साल 2017 में सेतु के मरम्मत का काम शुरू हुआ. पहले पश्चिमी लेन को तोड़ा गया. इसके बाद सेतु के कंक्रीट हटाकर स्टील सुपर-स्ट्रक्चर लगाया गया. पुल में कुल 45 स्पैन बनाये गये हैं. एक स्पैन में 33 हजार मीट्रिक टन स्टील लगी है. पुल तोड़ने की शुरुआत हाजीपुर छोर से हुई थी और वहीं से मरम्मत भी शुरू किया गया. मुंबई की एजेंसी एफ्कांस ने पहले नवंबर 2018 में नये लेन को चालू करने का लक्ष्य रखा था. लेकिन, पुराने स्ट्रक्चर को ही तोड़ने में अधिक समय लग गया. उम्मीद है कि साल 2022 तक पूर्वी लेन की मरम्मत भी पूरी हो जायेगी. इसके बाद महात्मा गांधी सेतु पर लगने वाले जाम से हमेशा के लिए निजात मिल जायेगी.