नवाज के भविष्य को पाक के भविष्य से न जोड़िए
पाक सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मायने प्रोफेसर इश्तियाक अहमद राजनीतिशास्त्री, पाकिस्तान मियां नवाज शरीफ का प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य घाेषित किये जाने का जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला है, इसे एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कानून की न्यायिक जीत मानी जा रही है, जो व्यक्ति सत्ता के गलियारों में बड़े पैमाने पर अपने […]
पाक सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मायने
प्रोफेसर इश्तियाक अहमद
राजनीतिशास्त्री, पाकिस्तान
मियां नवाज शरीफ का प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य घाेषित किये जाने का जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला है, इसे एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कानून की न्यायिक जीत मानी जा रही है, जो व्यक्ति सत्ता के गलियारों में बड़े पैमाने पर अपने पद के दुरुपयोग के साथ चलता रहा है. नवाज ने व्यक्तिगत रूप से अपने लिए और अपने परिवार के लिए अकूत धन-संपदा जुटायी है और उनके लालच की कोई सीमा नहीं है. इसलिए इस फैसले का जश्न मनाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर, कई लोग यह मान रहे हैं कि नवाज शरीफ एक बड़े षड्यंत्र का शिकार हुए हैं, जिसका लक्ष्य है कि किसी तरह से उनको प्रधानमंत्री पद से हटाया जाये.
षड्यंत्रकारी वो लोग हैं, जो चीन-पाक आर्थिक गलियारे (सीपीइसी) और पाक सरकार की दूसरी बड़ी परियोजनाओं का विरोध कर रहे हैं. ऐसा भी बहुत लोग मानते हैं. जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जो ध्रुवीकरण हुआ है, उस पर मुझे कोई आश्चर्य नहीं हुआ है. व्यक्तिगत स्तर पर मैं मानता हूं कि अगर नवाज बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार के दोषी हैं, तो निश्चित रूप से उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए और उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया जाना चाहिए. लेकिन, दूसरी तरफ अगर नवाज पीड़ित हैं दूसरों के द्वारा, जिनके ऊपर खुद ऐसे ही आरोप हैं, तो वह छूट जायेंगे और अगर वह छूट जाते हैं, तो फिर पाकिस्तान के लिए यह बहुत ही खराब दिन साबित होगा. हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय के बारे में अभी कुछ कहना बहुत जल्दबाजी है. लेकिन, भले ही सीपीइसी और दूसरी बड़ी परियोजनाएं हैं, जिनसे पाकिस्तान को फायदा होने जा रहा है, उन परियोजनाओं का अब चीन समर्थन नहीं करेगा, हमें यह नहीं मानना चाहिए. कुल मिला कर, नवाज शरीफ के भविष्य को पाकिस्तानके भविष्य से जोड़ कर नहीं देखा जाना चाहिए.